पांच माओवादियों के मारे जाने की बात स्वीकारी, सुरक्षाबलों से भारी मात्रा में लुटे गये हथियार

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जगदलपुर /बीजापुर। वामपंथी उग्रवाद संगठन भाकपा माओवादी संगठन व केंद्र व राज्य सरकार की कथित युद्ध के बारे में लगातार नये-नये खुलासे हो रहें हैं। पुलिस के शीर्ष नेतृत्व जहां 20 से 24 माओवादियों को मारने का दावा कर रही है उसके उल्ट भाकपा माओवादी संगठन के प्रवक्ता ने महज पांच लोगों को मारने की पुष्टि की है। इसमें चार के फोटो सार्वजनिक किए गए हैं तथा पीएलजीए लड़ाकों द्वारा बड़ी मात्रा में हथियार व अन्य उपकरण भी लुटे हैं।

भाकपा माओवादी संगठन के प्रवक्ता विकल्प द्वारा जारी विज्ञप्ति अनुसार तर्रेम कांड़ पर दो पन्ने का विज्ञप्ति जारी कर इस घटना में 24 सुरक्षा बलों के मारे जाने का दावा किया है और इसके साथ ही उन्होंने पांच माओवादियों के मारे जाने की बात कबूली है। प्रवक्ता विकल्प ने सुरक्षा बलों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बीते वर्ष 2020 से अब तक 150 माओवादियों को मौत के घाट उतारा है जिसे माओवादी भोले-भाले ग्रामीण बता रहें हैं। वहीं सुरक्षा बलों पर मुठभेड़ से पहले जीरा गांव में ग्रामीण माड़वी सुखलाल की हत्या का आरोप भी मढ़ा है।

माओवादी प्रवक्ता विकल्प ने जारी किया मारे गए चारों नक्सलियों की नाम नूपो सूरेश,कोवासी बुदरू,पद्म लखमा तथा महिला माओवादी ओढ़ी सन्नी के फोटोग्राफ जारी किए हैं वहीं मांडवी सुक्का के फोटो ग्राफ नहीं है।इसी के साथ लूटे गए हथियारों , वाकी टाकी, नाईट वीजन कैमरा, एंयराड्र मोबाईल सहित अन्य सामग्रियों की भी तस्वीर जारी किया है।