टीका लगाने गए कुछ लोगों ने इस आशय की शिकायत अखबारनवीज़ों के सामने की है.
टीका कार्य में लगे महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार, केंद्र में टीका के रखरखाव के अलावा लगाए जाने वाले लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है; क्योंकि कोरोना एक उच्च स्तरीय मापदंड वाला वैक्सीन है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इसे लगाए जाने के पश्चात लोगों को घबराहट, जी-मचलाना, उल्टी के अलावा चक्कर जैसी समस्या भी आ सकती है.
इसके मद्देनजर शासन के स्वास्थ्य विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि ऐसे कोविड टीकाकरण केंद्रों पर मरीजों को टीका लगने के पश्चात बैठने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ साफ पेयजल एवं सुलभ शौचालय की व्यवस्था भी होनी चाहिए. लेकिन, शहर के कुछ प्रमुख टीका केंद्रों में ऐसी व्यवस्था के नहीं होने के बावजूद टीकाकरण का काम किया जा रहा है.
शहर के एमएलबी स्कूल, दंतेश्वरी कॉलेज के सामने, पँचरास्ता हाई स्कूल; जहां प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आकर टीका लगवा रहे हैं; वहां, किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने की स्थिति में स्वच्छ जल, सुलभ शौचालय के साथ-साथ एंबुलेंस की व्यवस्था भी नहीं रखी गई है.
निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल, इस टीकाकरण के कार्य को प्रमुखता के साथ लेकर जनहित में टीकाकरण कार्य को संपादित करवा रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के मातहत कार्य करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी, टीकाकरण केंद्रों में ऐसी सुविधा अब तक मुहैया करने में अपना ध्यान तक नहीं दे पा रहे हैं.