मानसिक विक्षिप्त एव असहाय हेतु भोजन व्यवस्था की मांग अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महेंद्र पिपरे द्वारा की गई। कोविड 19 के बढ़ते प्रकोप को रोकने हेतु प्रशासन द्वारा लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया गया है। इस परिस्थिति में नगर के मानसिक विक्षिप्त एवं असहाय गरीबों के सामने जीवन यापन एवं भोजन व्यवस्था का बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है। पूर्व में इनका गुजारा होटल, घर एवं समाज सेवी संगठनों द्वारा किया जाता रहा है। पर सख्त लॉकडाउन एवं महामारी के प्रकोप से कोई मदद नही हो पा रही है। महेंद्र
पिपरे द्वार अनुविभागीय अधिकारी से ये मांग की गई है कि शाशन द्वारा रेडी टू ईट या पका भोजन जैसी कोई पैकेट व्यवस्था इनके लिए की जाए और नगर में इन्हें खोज इन तक पहुंचाया जाए जिनसे इनकी भोजन की व्यवस्था हो सके। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष नगर के अनेक सेवा संगठनों द्वारा नगर के असहाय लोगो की सेवा पका हुआ भोजन नगर के मानसिक विक्षिप्त एवं गरीबो तक दिया जाता रहा। इस वर्ष सरकार द्वारा ऐसा कोई भी निर्देश सेवा संगठन को नही प्राप्त हुआ है जिस कारण नगर के समाजसेवी संगठन भी मदद हेतु असहाय है। ऐसे में प्रशासन की ये जवाबदेही बनती है कि वो इन कार्यो को पूरे करे।इस दौरान नागेंद्र चौधरी, राकेश द्विवेदी, अमित कुकरेजा क्रांति जैन, राजेश काम्बले, अशोक गोगड़, सुमित, नीलेश, भूपेंद्र उपस्थित थे।