क्वारेंटीन सेंटर स्कूलों में, मजदूरों की देखरेख शिक्षक करेंगे

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रायपुर दूसरे राज्यों में कमाने खाने के लिए गए मजदूरों की वापसी शुरू हो गई है। ट्रेन बस और पैदल से काफी मात्रा में श्रमिक दूसरे राज्यों से अपने दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों को उनके गांव के स्कूलों में ठहराया जाएगा। पहले हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों को उनके लिए तैयार किया गया था लेकिन मजदूरों की संख्या को देखते हुए स्कूल कम पड़ने लगी इसलिए प्राइमरी और मिडिल को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

क्वारेंटीन सेंटरों में मजदूरों की देखरेख को लेकर शिक्षकों की ड्यूटी लगने लगी है। दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों को 14 दिन तक रखने के लिए सरकारी स्कूलों को क्वारेंटीन सेंटर बनाया गया है।जहां दो 2 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। जो मजदूरों की देखरेख करेंगे।कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स्कूलों को 13 मार्च से बंद कर दिया गया है इसके बाद शिक्षकों की छुट्टी लग गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने कंटेनमेंट जोन में बुखार खांसी और सांस लेने में तकलीफ के लक्ष्यों वाले व्यक्तियों का पता लगाने के लिए सर्वे का काम शुरू किया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ घर-घर जाकर सर्वे करेंगे।

File Photo