दल्ली/डौंडी- दल्लीराजहरा शासकीय नेहरु प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षिका श्रीमति रोहिणी कोर्राम जो कि श्रमवीर चौक में निवास करती थी | रायपुर में कोरोना संक्रमण के इलाज के दौरान कल रात उनकी मृत्यु हो गई वहीँ दूसरी घटना डौंडी ब्लाक के शासकीय प्राथमिक शाला पटेली में पदस्थ सहायक शिक्षक 39 वर्षीय कुलेश्वर सिंह ठाकुर का कल 7 मई को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया।
दल्लीराजहरा शासकीय नेहरु स्कूल की शिक्षिका श्रीमति रोहिणी कोर्राम जो कि कुछ दिन पूर्व विवाह समारोह में सम्मिलित होने अपने पति मुकेश कोर्राम के साथ ग्राम पेंड्री गई थी | वहां से आने के बाद उनका स्वास्थ्य ख़राब होने पर स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहाँ से उन्हें रायपुर रेफेर किया गया | उनके पति मुकेश कोर्राम भी उन्ही के साथ शिक्षक है उनकी दो बेटियां है बड़ी बेटी की उम्र 8 वर्ष एवं छोटी की ढाई वर्ष है | सरल सहज एवं मिलनसार शिक्षिका की असमय निधन से शाला के समस्त शिक्षकों में शोक का वातावरण है |
वहीँ एक संयोग है कि दूसरी घटना में शिक्षक कुलेश्वर सिंह ठाकुर भी ग्राम पेंड्री निवासी है | उनके परिजनों एवम मित्रो ने बताया कि वे कुछ दिन से अस्वस्थ चल रहे थे, 15 दिन पहले अपने ससुराल बनगाँव (मालीघोरी) शादी समारोह में सम्मिलित होकर आए थे और हल्की सर्दी खांशी से ग्रसित थे मगर इलाज के दौरान वे ठीक हो गए थे। इसी बीच कोरोना जांच भी कराया गया था जिसमे उनका रिपोर्ट निगेटिव आया था।
लेकिन निधन के 2 दिन पूर्व अचानक शरीर कमजोर होने लगे और धड़कने तेज हो गई सांस लेने में दिक्कत होने लगी और आनन फानन में इलाज के लिए दल्ली के शहीद हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर ने जांच कर मृत घोषित कर दिया।
इस दुखद घटना से ग्राम पेंड्री व संकुल पटेली में शोक की लहर है। इनके कार्य सामाजिक व शैक्षिक जगत में अतिविशिष्ट थे।समायोजन के पूर्व कन्या प्राथमिक शाला पटेली के प्रभारी भी थे। शिक्षक संगठन में भी इनका नेतृत्व बहुत सराहनीय था।
लगातार हो रही डौंडी ब्लॉक में शिक्षकों एवं उनके परिजनों की मौत एवं संक्रमण से आहत है वहीँ बालोद ब्लाक शिक्षा अधिकारी कार्यालय दवारा आदेश जारी किया गया है जिसमे इस लॉक डाउन के दौरान 50%उपस्थिति के साथ स्कूलों को खोला जाए जिस पर शालेय शिक्षा संघ ने आपत्ति दर्ज कर कहा कि जिला शिक्षा विभाग के आदेश में कार्यालय को खोलने का उल्लेख है न कि स्कूल खोलने का, और स्कूल कार्यालय में कार्यालयीन कार्य संपादित करना प्राचार्य,क्लर्क प्यून आदि का होता है न कि शिक्षकों का। ऐसे में केवल बालोद विखं के शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थिति देने का फरमान क्या पुनः संक्रमण प्रसार का कारण नही बनेगा.?” *इसी तरह के एक अव्यवहारिक आदेश”मोहल्ला क्लास के कारण जिले के कई शिक्षक साथी संक्रमित होकर मृत्यु हो गई है |
शिक्षा अधिकारी द्वारा अंकसूची वितरण एवं अन्य कार्यों का हवाला देकर स्कूल खुलवाने की बात कही जा रही है किन्तु स्कूल खुलने पर ही प्रदान किया जायेगा एवं कार्यालयीन कार्य के अलावा ऑनलाइन क्लास भी घर से ही कराया जाता है तो अंकसूची जैसा कार्य भी घर पर किया जा सकता है |
जिला शिक्षा अधिकारी के इस निर्णय का शिक्षक संघ द्वारा पुरजोर विरोध कर अव्यवहारिक बताया जा रहा है |