मामला यूजीसी के नियमो मे N+2+1 के प्रावधानों शिथिलता का
एनएसयूआई प्रदेश संयुक्त सचिव अरुण गुप्ता के नेतृत्व मे मिले थे हजारो छात्र विधायक जैन से
विद्या परिषद की बैठक मे कार्यपरिषद के अनुमोदन की प्रत्याशा मे पारित
जगदलपुर/कोरोनाकाल की वजह से बढ़ी प्राइवेट छात्रो की समस्या क़ो हल दिलाने मे संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने बड़ी राहत प्रदान कराई है़ जिससे अब प्राइवेट हजारो छात्रो क़ो भविष्य अंधकार होने से बच जाएगा। दरअसल यूजीसी के नियम अन्तर्गत N+2+1 यानी 6 वर्षो के अंतराल मे डिग्री पूर्ण करना होता था लेकिन कोरोना की वजह से कई प्राइवेट छात्र परीक्षा नंही दे सके थी जिसकी वजह से इस वर्ष उनके द्वारा भरे गये फॉर्म क़ो अपात्र माना जा रहा था। कल इस विषय मे एनएसयूआई प्रदेश सयुंक्त सचिव अरुण गुप्ता के नेतृत्व मे कई छात्र संसदीय सचिव विधायक रेखचंद जैन से मुलाकत कर अपनी समस्या बताते हुए अंधकार मे जाते हुए भविष्य क़ो बचाने की
गुहार लगाई। जिसे तत्काल मे संज्ञान मे लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री क़ो अवगत कराया तत्पश्चात आज शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविधालय विधापरिषद की स्थायी समिति की वर्च्यूल बैठक आयोजित की गई। जिसमे नियमो क़ो शिथिलता करते हुए N+2+1की न्यूनतम अवधि दो वर्ष और बढ़ाने का निर्णय अब कार्य परिषद की बैठक मे अनुमोदन की प्रत्याशा मे परित कियाजहाँ पारित होने के पश्चात संभाग के जो हजारो प्राइवेट छात्र इस वर्ष परीक्षा से वंचित हो रहे थे उन्हे पात्रता मिल सकेगी। छात्रहित मे लिये गये इस पहल से हजारो छात्रो ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल एवं जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन का आभार माना है़ |