दंतेवाड़ा – सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किरन्दुल – कुआकोण्डा, जिला-दक्षिण बस्तर दन्तेवाडा में नेमा ठाकुर, नर्सिग सिस्टर जो कि विगत 2017 से कार्यरत है | नेमा ठाकुर द्वारा विभागीय डॉ गजेन्द्र शाक्या पर प्रताड़ित करने का आरोप लगते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दंतेवाड़ा से शिकायत की है जो इस प्रकार है |
मैने सदैव अपने विभागीय दायित्वों का, विभागीय सह-कर्मियों एवं अधिकारियों के बीच आपसी ताल-मेल एवं सौहार्द पूर्ण परिवेश में निर्वहन कर रही हूं। इसी बीच हमारे विभागीय डॉ गजेन्द्र शाक्या , जिनकी मूल पदस्थापना, दन्तेवाडा जिलाचिकित्सालय में है और किरन्दुल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वर्तमान विभागीय कार्य को देखते हुए, अस्थायी रूप से संलग्न किया हुआ है।
विदित हो कि उनके अस्थाई पदस्थापना के पश्चात से ही डॉ गजेन्द्र शाक्या द्वारा निरन्तर मेरे साथ 2018 से मानसिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है ,पर विगत 2020 से डॉ गजेन्द्र शाक्या का अभद्र व्यवहार मेरे प्रति-दिन प्रति दिन बडता जा रहा है, जिसके कारण मै मानसिक रूप से प्रताडित एंव भय पूर्ण माहौल में उपेक्षित महसूश कर रही हूं।
कार्यदिवस में मेरे साथ हर बात – बात पर ताना मारना, हर समय मुझे विभागयीय सह- कर्मियों के बीच नीचे -दिखाने का प्रयास करना, मुझे मानसिक रूप से पताडित करना, अपनी मर्जी से कार्य करने पर विवस करना, धमकी देना, और उनके आदेशों को न मानने पर, अग्रेसित होकर, विभागीय सह-कर्मियों के साथ अभ्रतापूर्ण गाली-गलौच सम्मिलित है।
यहां तक कि डॉ गजेन्द्र शाक्या द्वारा मेरी गरिमा के विपरीत यह कहा जाता है कि तुम मुझसे शादी कर लो, मै डॉक्टर हूं हमारी ओहदा ज्यादा है , तुम्हे किसी से डरने की जरूरत नहीं है ,मै मेरे राज्य एवं जिला तक के बडे-बडे अधिकारियों एवं नेताओं के बीच अच्छी पहूंच है , कोई कुछ नहीं कर सकता । अगर तुम मेरी अनुसार कार्य नहीं करोगी तों मै तुम्हे बरबाद कर दूंगा और पूर्ण 24 घण्टा कार्य करना होगा और तुम्हारे लिए कोई साप्ताहिक अवकाश नहीं होगा। यहां तक कि उनके द्वारा मेरे साथ मानसिक प्रताडता के अतिरिक्त अब मेरे साथ शारीरकि अंगप्रत्यअंगो को हाथ लगाने का प्रयास करता है जो कि किसी भी स्थिति में मेरे साथ उचित नहीं है न ही बर्दास्त करने योग्य है। लेकिन मै आज पर्यन्त तक , अपनी परिवार के साथ् स्वय की गरिमा एवं चिकित्साविभाग की मान -मर्यादा को बनाये रखने के लिए शांत थी।
इसी बीच दिनांक 12/06/2021 कार्यदिवस में कार्यालयीनय -वार्तालाप के दौरान साप्ताहिक अवकाश को लेकर , डॉ गजेन्द्र शाक्या द्वारा मेरे उपर माहौल को खराब करने का आरोप लगाते हुए , गन्दी -गन्दी अभद्र गाली-गलौच करते हुए, अपनी कुर्सी से उठकर,मेरे उपर हाथ उठाकर मारने का प्रयास किया है।
उपरोक्त घटना क्रम के कारण मै मानसिक रूप से उपेक्षित,, प्रताडित , भय तनावपूर्ण एवं अपने-आप को असुरक्षित महशूस कर रही हूं।
अत: महोदय से सादर अनुरोध है कि उपरोक्त घटना- क्रम एवं विषय वस्तु को संज्ञान में लेकर, डॉ गजेन्द्र शाक्या के विरूद्व यथा शीघ्र अनुशासनाल कार्यवाही करने कृपा करें । ताकि भविष्य में किसी भी विभागीय सहकर्मियों महिला कर्मियों के साथ इस प्रकार की घटनाक्रम घटित न हो / पुनरावृत्ति न हो।