छोटेडोंगर इलाके के रहवासी को इस बात पे बड़ा ऐतबार था की उनके इलाके में कल कारखाने और उधोग धंधे आयेगे तो इलाके की सुरत बदलेगी।
इलाके के आदिवासी ग्रामीण भी चमचमाती सडकों पर चलेगे,चारों तरफ बिजली की रोशनियों से आसपास के गाँव जगमगाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाएं तो ऐसी होगी की उल्टी दस्त या मलेरिया जैसे बीमारी से मौत का सिलसिला ही थम जाएगा।शिक्षा व्यवस्था ऐसी होगी की आदिवासी बच्चे भी अंग्रेज़ी में बात करेगे तो शहर के बच्चे भी धोखा खा जायेगे।
कम से कम इतना तो जरुर उम्मीद थी की बेरोजगार हाथों को रोजगार मिलेगा तो गरीबी की दशा सुधर जाएगी। मुलभुत सुविधाएं कितनी नसीब हो पाई ये तो वे ग्रामीण जानते है । ये बात आम आदमी पार्टी के नेता नरेंद्र नाग जी ने बताया वे कम्पनी जो इलाके से कच्चा लोहा निकलाने के लिए माइनिग प्लान बनाये है जिसका आकंलन करना एक आम आदमी के लिए बड़ा मुश्किल है सडक को विकास बताने वाली सरकार सरकार गम्भीर नही है व स्थानीय प्रशासन….लौह अयस्क उत्खनन के बदले क्षेत्र में जो मुलभुत सुविधाएं देने का माइनिग प्लान बनाया गया है वो कही भी जमीन पर नजर नहीं आता बल्कि पीएमजीएसवाय के सडकों मे पुल नही बना पाती है अमदई मे निक्को कम्पनी ने जो सरकार के साथ एमओयु किया वो सिर्फ कागजों में है आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र नाग ने दुःख व्यक्त करते हुए कहते है की राजपुर व अन्य क्षेत्रो के ग्रामीण लालपानी पीने मजबूर है सरकार आजादी के 73वर्षो मे भी पिछड़े क्षेत्रो के लिये मूलभूत सुविधाओं के लिये समुचित व्यवस्था नही कर पाई है जबकि एकाएक निको कम्पनी के लिये जनसुनवाई कर पूरी अमदई घाटी पहाड़ निक्को कम्पनी के हाथों दे दी पर आम जन को मूलभूत सुविधा प्रदान करने के मामले मे जिला प्रशासन का हाथ पाव फूल रहा है निको कम्पनी के माइनिग प्लान के तहत क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, सडक, बिजली पानी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है शासन प्रशासन और विपक्ष कार्पोरेट घरानों के साथ खड़े है नरेन्द्र नाग ने आगे कहा जिला प्रशासन डीएमएफ और सीएसआर मद की राशि का दुरूपयोग करने मे पीछे नही है आम आदमी पार्टी ने हमेशा से ग्रामीणों के लिए आवाज उठाते आयी है जल्द ही सरकार इन कामों मे सुधार नहीं लाती है तो ग्रामीणों के साथ जमीनी लड़ाई लड़ेंगे