खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस की जीत:यशोदा ने कोमल को 20 हजार वोटों से दी शिकस्त; जोगी कांग्रेस जमानत जब्त

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की खैरागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी जीत ली है। कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने 20 हजार 167 मतों से भाजपा प्रत्याशी कोमल सिंह जंघेल को हरा दिया है। इस जीत के साथ 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 71 हो गई है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की टिकट से खैरागढ़ उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमाने वाले नरेंद्र सोनी की जमानत जप्त हो गई है। उनसे ज्यादा वोट निर्दलीय उम्मीदवार चरण साहू को मिले हैं। कांग्रेस की यशोदा वर्मा को 87879 और भाजपा के कोमल सिंह जंघेल को 67703 वोट प्राप्त हुए हैं।

कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं। यह सिलसिला जो शुरू हुआ, वह आखिरी राउंड तक कायम ही रहा। हालांकि बीच में भाजपा प्रत्याशी ने इस अंतर को जरूर कम करने का प्रयास किया, लेकिन वोटों का मार्जिन इतना ज्यादा हो गया कि जीत उनके हाथों से 10वें राउंड के बाद ही खिसक गई। इस बात का अहसास भाजपा समर्थकों को भी हो गया था। कांग्रेस की बढ़त देखते हुए पहले ही मतगणना स्थल से लौटना शुरू कर दिया था।

दूसरी ओर कांग्रेस खेमे में ढोल और नाच के साथ जश्न का माहौल अंगड़ाई ले रहा था। इसका नजारा खैरागढ़ से लेकर रायपुर तक दिखाई देना शुरू हो गया है। 15वें राउंड की मतगणना पूरी होने तक राजनांदगांव प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत भी पहुंच गए। उन्होंने सबसे पहले राम दरबार मंदिर में हनुमान जी की पूजा-अर्चना और आरती की। वहीं दूसरी ओर कार्यकर्ता ‘भूपेश है तो भरोसा है’ के नारों के साथ मुख्यमंत्री का मुखौटा लगाए सड़क पर निकल पड़े।

हार स्वीकार, जिला बनाने की घोषणा का असर-भाजपा

राजनांदगांव के बीज निगम परिसर में हो रही मतगणना के दौरान पूरे समय भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल अंदर ही बैठे रहे। 18 राउंड पूरा होने के बाद कोमल बाहर निकले तो अपनी हार स्वीकार करने के साथ। कहा कि जनता का जो निर्णय है, वह स्वीकार है। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब, साड़ी और रुपयों के बल पर चुनाव लड़ा, लेकिन हमारे कार्यकर्ता पूरी दम से डटे रहे। कांग्रेस ने जिला बनाने के साथ जो घोषणाएं की, उसका असर हुआ है। अब हम लोग उसके पूरा होने का इंतजार करेंगे।