गुरुर – जगन्नाथ साहू | पहली बारिश में गुणवत्ता ही बने गौठान का हुआ खुलासा। जिला प्रशासन और जनपद की लापरवाही को किया उजागर।पहली आंधी तूफान ने खोली गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य की पोल मवेशी गौठान में प्रवेश ही नही किए की टूटने लगा राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा,बाड़ी, गौठान, जो कि विकास की चिन्हारी के रूप में माना जाता है। लेकिन उक्त प्रमुख योजना में गरवा के लिए तैयार गौठान बारिश में मवेशियों को दाना-पानी देने के लिए बने सीमेंट से बने पिल्लहर पहली ही बारिश में अपना रंग दिखाने लगा है। जहां दिन शनिवार को हुई आंधी-बारिश ने सरकारी निर्माण के गुणवत्ता की पोल खोलकर रख दी है।
ग्रामीणों की माने तो निर्मित गौठान में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत हैं, निर्माण के समय में सीमेंट-रेत के मिश्रण में बहुत फेर था जिससे जो मजबूती चाहिए वह नही मिल पाई है।
जो गुणवत्ताहीन के साथ साथ सरकारी योजना अंतर्गत राशि का बंटाधार किया जा रहा है।
वहीँ ग्रामीणों ने बताया कि यह सब निर्माण कार्य अधिकारी और तकनीकी सहायक के नेतृत्व में हुई है।
अभी-अभी बने गौठान मे मवेशी प्रवेश नही हुआ है लेकिन पहली ही बारिश में चारा-पानी का पिल्लहर गिर जाना साफ तौर पर अनिमितता ,और शासन के राशि का दुरुपयोग बताया है।