जगदलपुर । छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ जिला बस्तर के आह्वान पर जिले के बस संचालकों द्वारा एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। डीजल के मूल्य में लगातार हो रहे वृद्धि के कारण यात्री किराया बढ़ाये जाने को लेकर कोई ठोस नीति मांग भी यातायात महासंघ बस्तर ईकाई द्वारा की गई। इसके साथ साथ बसों के परमिटो के निषयोग के लिए दो माह की तय सीमा भी समाप्त करने की मांग की गई। आज सुबह से ही नये बस स्टंैड प्रांगण में स्थानीय बस संचालकों ने भारत ट्रेवल्स के सामने एकत्र होकर इस विषय पर चर्चा की एवं जिला कलेक्टर से मिलकर एक मांग पत्र सौंपा जिसमें बसों के किराया बढ़ाये जाने एवं बसों की परमिट संबंधित मामले को दूर करने की मांग रखी गई थी।
बस स्टैंड परिसर में खड़े कबाड़ वाहनों को तत्काल हटाने निगम प्रशासन ने बस संचालकों को समझाया
न्यू बस स्टैंड परिसर में खड़ी कबाड़ बसों को वहां से तत्काल हटाने निगम अमले ने स्थानीय चौकी प्रभारी के साथ मिलकर बस मालिकों से चर्चा की। निगम प्रशासन का कहना था कि लगातार चर्चा के बावजूद भी बस संचालकों द्वारा नये बस स्टैंड प्रांगण से कबाड़ खड़ी बसों को हटाया नहीं जा रहा है।
ऐसी बसों के बस स्टैंड प्रांगण में खड़े रहने से क्षेत्र में असामाजिक तत्व इन बसों में अपना ठिकाना बनाकर यात्रियों के साथ बदसलूकी करते हैं एवं रात्रि पहर उनके साथ छीना झपटी भी करते हैं। बस स्टैंड के क्रमबद्ध विकास को देखते हुए ऐसी कबाड़ बस को वहां से हटा देने से बस स्टैंड के सम्पूर्ण क्षेत्र का निगम के माध्यम से उचित विकास किया जायेगा जिसका लाभ स्थानीय व्यापारी एवं यात्रियों को मिलेगा। वहीं बस स्टैंड के व्यापारी एवं आने वाले यात्रियों को सम्पूर्ण सुरक्षा भी मिलेगी। आज हुए चर्चा के दौरान निगम अमले के दिनेश सिंह सहायक राजस्व अधिकारी एवं मुन्ना नायक स्वच्छता प्रभारी के साथ स्थानीय बस स्टैंड के चौकी प्रभारी कांतोपाणी भी उपस्थित थे। अंत में चर्चा के दौरान निगम प्रशासन के राजस्व अधिकारी ने बताया कि बस संचालकों के साथ सौहाद्र पूर्ण वातावरण में बस को हटाने हेतु चर्चा हुई। उनका कहना था कि 15 दिवस के भीतर हम अपनी-अपनी कबाड़ हुए बसों को यहां से हटा लेंगे।