जगदलपुर। भानपुरी इलाके के सोनारपाल से ट्रक क्रमांक एसपी 04 वाय 3789 जो यूरिया उर्वरक भरकर सालेमेटा के लिए निकला था जो अपने गंतव्य पर नहीं पहुंचकर सालेमेटा से लगभग 30 किमी दूर जैबेल डिमरापाल पहुंचा। वाहन खराब होने एवं रास्ता भटकनेका हवाला देकर सड़क के किनारे ही यूरिया की दुगने दामों पर हुई बिक्री जबकि शासन के आदेशानुसार फ्रास मशीन के माध्यम से उर्वरक की बिक्री की जानी सुनिश्चित की गई है तो यह जांच का विषय है कि किसकी अनुमति से बिना आधारकार्ड के यूरिया की बिक्री की गई। ज्ञातव्य हो कि इन दिनों उर्वरक की कमीको लेकर विपक्षीय पार्टियां सड़क से लेकरसदन तक खाद बीज उपलध कराने कोलेकर आंदोलन कर रही है। राजधानी के कुछ बड़े उर्वरक कारोबारी यूरिया की कालाबाजारी करने में जुटे है उन बड़े कारोबारियों पर नकेल उकसने राजधानी के अफसर पंगु बने हुए है। राजधानी के बड़े कारोबारियों को बस्तर के कुछ कारोबारियों का संरक्षण प्राप्त है। रास्ता भटकाकर यूरिया की कालाबाजारी: खबर है कि राजधानी के कुछकारोबारी बस्तर को मिलने वाले उर्वरक को सीधे उड़ीसा भेजकर अधिक मुनाफा कराने मेंलगे है।
ऐसा ही मामला सोमवार को प्रकाश मेंआया। यूरिया से भरा ट्रक को रास्ता भटकने और वाहन खराब होने का हवाला दिया गया और आनन फानन में दो पीकअप एवं एक 407 वाहन में यूरिया को ठिकाना लगा दिया गया। सड़क के किनारे ही निर्धारित दर से दुगने दामों पर कई किसानों को बिक्री भी किया गया। खाद लेने किसानों का आधार कार्ड अनिवार्य: शासन के आदेशानुसार जिन किसानों के पास आधार कार्ड नहीं है वह उर्वरक की खरीदी नहीं कर सकते है। शासकीय स्थान या निजी संस्थान किसानों को आधार कार्ड, मशीन में चढ़ाने के बाद ही देने का प्रावधान है। उत किसान का अंगूठा भी लगाया जाता है। यह जांच का विषय है कि ट्रक चालक रास्ता भटकने के बाद सड़क किनारे बिना आधार कार्ड के उर्वरक की बिक्रीकी अनुमति किसने दी। कृषि विभाग के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्श भी अगस्त 2020 में दो ट्रक यूरिया रायपुर के एक उर्वरक कारोबारी के जगदलपुर गोदाम में लोडकर भानपुरी इलाके में भेजा गया था उत ट्रक को करपावण्ड से 8 किमी दूरी पर कृषिविभाग के द्वारा ही पकड़ा गया था। पिछले वर्षभी यही कहानी बनाई गई थी। चालक रास्ताभटक करपावण्ड पहुंच गया था जबकिजगदलपुर से भानपुरी के लिए निकला था। उक्त ट्रक को एक सप्ताह तक करपावण्ड थाने में रखने के बाद छोड़ दिया गया था।