बकावंड / जगदलपुर । बढ़ते पेट्रोल डीज़ल और घरेलू गैस की क़ीमतों पर अब तक केंद्र सरकार द्वारा कोई राहत पैकेज़ लागू नही किया गया है। देशभर में इस कारण मेंहगाई बढ़ गई है, शिवसेना लगातार इस बाबत् अपना विरोध दर्ज़ करहते हुए प्रशासन के माध्यम से पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रही है।
शिवसेना के जिलाध्यक्ष अरुण पाण्डेय् का कहना है कि किसी तरह का रहट न मिलने पर अपने वाहनों में प्रतिदिन आधा-एक पेट्रोल डीजल डालकर रोज़मर्रा के काम निपटाने वालों पर संकट आ पड़ा है।
पहले जिस क़ीमत में 1 लीटर ईंधन आती थी अब उतने में आधा मिल रहा तो लोगों की यात्रा दूरी भी आधी रह गई है जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इस तरह अब ग्रामीण क्षेत्रों में इसका व्यापक असर सामान्य जन जीवन पर पड़ा है, जिसपर सरकार की नीतियों का विरोध प्रदर्शन शिवसैनिकों ने गांव में उतरकर करने का निर्णय लिया गया है.. और इस तरह गांव की जनता से संवाद करके जो कोई केंद्रीय नीतियों से त्रस्त हो चुके हैं उन्हें शिवसेना में शामिल भी किया जा रहा है।
इसी तरह का प्रदर्शन बकावंड विकासखंड के सरगीपाल पंचायत में शिवसैनिकों ने किया हैं। वे हाथों में तख़्ती लिए पेट्रोलियम मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए घण्टो सड़क किनारे खड़े रहें। आने जाने लोगों से संवाद किया और इस तरह मेंहगाई पर अपना विरोध दर्ज़ करा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में जिलाध्यक्ष अरुण पाण्डेय्, जिला उपाध्यक्ष द्वय, अशरफ खान, चंचलमल जैन, ब्लॉक प्रभारी टिकेंद्र ऊके, आरिफ़, सलीम, दीपक स्वामी, अजय शेट्टी, अजय बघेल, लक्ष्मन व अन्य शिवसैनिक रहें।