जगदलपुर शहर में खाद्य विभाग की लापरवाही पड़ रही भारी… बेखौफ होकर गरीबों के राशन को बाजार में बेच रहा राशन विक्रेता

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जगदलपुर… एक गरीब और आम जरूरतमंद व्यक्ति अपनी गरीबी और परिवार के पालन पोषण के लिए आवश्यक अनाज की व्यवस्था करने के लिए राशन कार्ड बनाता है जिससे उसे राशन दुकानों के माध्यम से सस्ता अनाज उपलब्ध हो जाए और उसकी आजीविका सरलता से चल सके शासन भी अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाते हुए गरीबों और जरूरतमंद व्यक्तियों का ख्याल रखकर उन्हें हर महीने राशन दुकानों के माध्यम से सस्ते अनाज उपलब्ध करा रही हैं ।


जिससे लोग लाभान्वित हो रहे हैं विशेषकर covid-19 काल में लोगों के जब काम धंधे बंद हो गए ऐसी परिस्थिति में भी शासन ने अनवरत रूप से राशन उपलब्ध कराना जारी रखा और राशन कार्ड में आवंटित राशन के अलावा भी अतिरिक्त राशन की व्यवस्था सुनिश्चित की…


लेकिन जगदलपुर शहर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की जिम्मेदारी संभालने वाले खाद्य विभाग की लापरवाही के चलते गरीबों और जरूरतमंदों का राशन बाजारों में महंगे दामों में बेचा जा रहा है और इस खेल में खाद्य विभाग के अधिकारियों की भूमिका भी लगातार संदिग्ध बनी हुई है खाद्य विभाग के अधिकारी राशन दुकानों के निरीक्षण करने में लगातार लापरवाही बरत रहे हैं और सिर्फ कमीशन के खेल में शामिल होने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं यही वजह है कि राशन दुकानों का संचालन करने वाले विक्रेता बेखौफ होकर दिन में ही राशन की कालाबाजारी करते नजर आ रहे हैंैंैंैंैंैंैंैैंैंैंैंैंैंैं।


खाद्य अधिकारियों के राशन दुकानों के निरीक्षण नहीं करने की स्थिति में दिन के समय ही राशन विक्रेता के द्वारा गरीबों को शासन द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले राशन सामग्री को अन्य प्लास्टिक बोरी में भरकर खुले बाजारों में बेचा जा रहा है
ताजा मामला शहर के वल्लभ भाई पटेल वार्ड का है जहां के राशन विक्रेता द्वारा दिनदहाड़े ही गरीबों के राशन की कालाबाजारी की जा रही है शासकीय सप्लाई वाले कई क्विंटल अनाज के बोरियों से अनाज को अन्य प्लास्टिक के बोरी में भरकर राशन विक्रेता ऑटो के माध्यम से खुले बाजारों में बेच रहा है वार्ड वासियों ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कालाबाजारी का खेल राशन विक्रेता के द्वारा विगत कई महीनों से खेला जा रहा है जिस पर खाद्य विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई कार्यवाही अब तक नहीं हो पाई है और लगातार कालाबाजारी का खेल अनवरत जारी है गरीबों के राशन कार्ड में आवंटित राशन सामग्री को अगर शहर के अंदर ही इतने बेखौफ तरीके से राशन विक्रेता कालाबाजारी कर पा रहा है तो ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत गरीबों के लिए उपलब्ध कराए जा रहे राशन सामग्री के वितरण की क्या स्थिति होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है