प्रथम चरण में माननीय विधायक, मंत्री,सांसद एवं मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा जाएगा।
द्वितीय चरण में संभाग स्तरीय संयुक्त संचालक को मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा जाएगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांतीय वर्चुअल बैठक में अध्यक्षता कर रहे केदार जैन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ सहायक शिक्षक सहित शिक्षकों के हित में आगामी दिनों में चरणबद्ध आंदोलन करेगा। ज्ञात हो कि सहायक शिक्षकों के वेतनमान में 15 से 20 हजार रुपए का अंतर है जिसको सरकार भी स्वीकार करती है इसके लिए लगातार प्रदेश भर के शिक्षक धरना ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्याओं को सरकार तक रख चुके हैं तथा वर्तमान सरकार ने भी अपने घोषणा पत्र में वेतन विसंगति दूर करने एवं क्रमोन्नति देने का वादा किया हुआ है। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी,संभाग अध्यक्ष,संभाग प्रभारी,जिला अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।,इस बैठक में प्रांताध्यक्ष केदार जैन के द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा रखी गई एवं वर्चुअल बैठक में उपस्थित समस्त पदाधिकारियों के सहमति से निम्नानुसार चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया:-
प्रथम चरण:- प्रथम चरण के कार्यक्रम में 2 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक विधायक,मंत्री,सांसदों को मांग पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया है।
द्वितीय चरण:- द्वितीय चरण के कार्यक्रम में क्रमबद्ध ढंग से हर संभाग स्तर पर संभागीय बैठक कर वहां के संयुक्त संचालक को माननीय मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री,शिक्षा सचिव एवं अन्य विभागीय मंत्री तथा सचिवों को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
जिसमें सर्वप्रथम 22 अक्टूबर को जगदलपुर में ज्ञापन कार्यक्रम।
25 अक्टूबर को रायपुर संभाग में ज्ञापन कार्यक्रम।
26 अक्टूबर को दुर्ग संभाग में विज्ञापन कार्यक्रम।
27 अक्टूबर को बिलासपुर संभाग में ज्ञापन कार्यक्रम।
28 अक्टूबर को सरगुजा संभाग में ज्ञापन कार्यक्रम रखा गया है।
प्रांत अध्यक्ष केदार जैन जी ने कहा है कि यदि हमारी मांगों पर सरकार गंभीरता से विचार नहीं करती है तो वेतन विसंगति क्रमोन्नति पदोन्नति को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ धरना रैली एवं अनिश्चितकालीन आंदोलन भविष्य में करेगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी आज की बैठक में प्रमुख रूप छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी उपस्थित हुए उक्त आशय की जानकारी बस्तर जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र तिवारी के द्वारा दिया गया।