हार्वेस्टर मशीन खरीदी जांच मामले में भाजपा का अनुशासन हुआ तारतार

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जगदलपुर। दलपत सागर की सफाई को लेकर निगम के द्वारा 78 लाख की लागत से हार्वेस्टर मशीन की खरीदी की गई है। मशीन खराब होने के बाद भाजपा दल के पार्षद निगम मंडल के सदस्यों ने मशीन खरीदी में हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर से जांच की मांग की थी। भाजपा पार्षदों की मांग पर कलेक्टर के आदेशानुसार अपर कलेक्टर एक्का के नेतृत्व में सात सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी जिसमें भाजपा के पार्षद योगेन्द्र पांडे,नरसिंह राव, कांग्रेस से दो पार्षद एवं अधिकारी को जांच में शामिल किया गया था।

भाजपा पार्षदों ने दी क्लीनचीट:

जांच रिपोर्ट कई पन्नों की तैयार की गई है जिसमें जांच कमेटी के अध्यक्ष कांग्रेस पार्षद अधिकारी सहित भाजपा पार्षद ने भी मशीन खरीदी में भ्रष्टाचार नहीं होने की क्लीनचीट दे दी है। भाजपा पार्षद की सहमति के बाद से कांग्रेसियों ने इनके द्वारा लगाए गये भ्रष्टाचार आरोप को निराधार साबित कर तमाचा मारने का काम किया है।

जांच रिपोर्ट झूठ का पुलिन्दा:

नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने जांच रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट झूठ का पुलिन्दा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा पार्षद दल का आंदोलन जारी रहेगा। जांच कमेटी के भाजपा पार्षदों ने अपने विवेक के आधार पर हस्ताक्षर किया है संगठन उनसे जवाब तलब करेगी।

जांच रिपोर्ट नहीं उपस्थित होने से हस्ताक्षर किया:

भाजपा के जिलाध्यक्ष रूपसिंह मंडावी ने कहा कि निगम के द्वारा मशीन खरीदी में हुई भ्रष्टाचार मामले में भाजपा के जांच कमेटी ने हस्ताक्षर नहीं किया है। उन्होंने कहा कि जांच दल की बैठक में उपस्थिति को लेकर हस्ताक्षर किया गया है। उन्होंनने कहाकि निगम में हुए भ्रष्टाचार मामले की जांच पुन: कराने कलेक्टर को पत्र दिया गया है। उन्होंनने कहा कि मशीन खरीदी में जिसे सदस्य बनाया गया था उनकी अगुवानी में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है।

आंदोलन जारी रहेगा:

निगम मंडल के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि जांच कमेटी में पार्टी की ओर से दो पार्षदों की नियुक्ति की गई थी। पार्टी उन पार्षदों से जवाब तलब करेगी। गुप्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार मामले की शिकायत ईओडक्ल्यू को की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा का आरोप तथ्यात्मक है और मशीन खरीदी में हुए भ्रष्टाचार मामले को लेकर आंदोलन जारी रहेगा। जांच को लेकर संतुष्ट नहीं: जांच कमेटी के सदस्य योगेन्द्र पांडे ने कहा कि मशीन खरीदी में हुए भ्रष्टाचार मामले की जांच को लेकर संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि पुन: जांच कराने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन देने की बात कही। जब पूछा गया कि जांच प्रतिवेदन में आप दोनों पार्षदों के हस्ताक्षर है तो वे बोलने से बचते रहे। उन्होंने कहा कि 14 बिन्दुओं पर आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत कर पुन: जांच की मांग की गई है। संगठन लेगी पेशी: भाजपा संगठन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार के जिस मुद्दे पर निगम को घेरने का अभियान भाजपा छेड़ रखा था उस उस मामले पर अपने ही पार्टी के पार्षद ने क्लीनचीट देकर भाजपा के आंदोलन पर पानी फेरने का काम किया है। खबर है कि भाजपा संगठन उन दो पार्षदों से जांच मामले में जवाब तलब करने को लेकर भाजपा कार्यालय में तलब कर सकती है। संगठन में जवाब तलब से बचाव को लेकर पुन: कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की चर्चा है।