रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुराद पूरी हो गई है। अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बघेल को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है। इससे पहले बघेल को असम चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी। गौरतलब है कि बघेल ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा से यूपी चुनाव के लिए जिम्मेदारी देने का आग्रह किया था। बघेल ने असम चुनाव में जिस सक्रियता से मोर्चा सम्हाला था, उससे प्रभावित केंद्रीय नेतृत्व ने अब उन्हें उत्तर प्रदेश में होने वाले महासंग्राम में ज़िम्मेदारी सौंप दी है। छत्तीसगढ़ में पिछ्ले कई दिनों से कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में उथल पुथल मची हुई है और अटकलों के दौर जारी है। लेकिन बघेल पूरे आत्म विश्वास के साथ विजेता की मुद्रा में नज़र आ रहे हैं। आज सुबह ही उन्होंने यह कहकर खुला इशारा कर दिया था कि छत्तीसगढ़ कभी पंजाब नहीं बन सकता। अब बघेल को यूपी चुनाव के घमासान में बड़ी जिम्मेदारी सौंपकर नेतृत्व ने यह इशारा कर दिया है कि उसकी मंशा और बघेल की अहमियत क्या है। वैसे यूपी चुनाव में छत्तीसगढ़ का दबदबा रोमांचकारी होगा। भाजपा से छत्तीसगढ़ की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय को सह प्रभारी बनाया गया है और अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पर्यवेक्षक बना दिया है। कांग्रेस नेतृत्व द्वारा बघेल को सौंपी गई जिम्मेदारी के यह सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं कि अब कम से कम यूपी चुनाव तक छत्तीसगढ़ में गहमागहमी की कोई गुंजाइश नहीं है और तब तक इतना वक्त गुजर चुका होगा कि तमाम अटकलों अपनी अहमियत खो देंगी।