बस्तर लेम्स में 3992 क्विटल धान का हुआ घाटा, वार्षिक आम सभा में दी गई जानकारी, ऑपरेटर की लापरवाही से हुआ नुक्सान

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आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित बस्तर की वार्षिक आमसभा शुक्रवार को लेम्प्स मंडी प्रांगण में सैकड़ों किसानों एवं लेम्प्स संचालक मंडल की उपस्थिति में हुआ। लेम्प्स प्रभारी प्रबंधक कमल दीवान2020-21 का कार्य का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। जिसमें धान खरीदी में 3992 क्विंटल धान खरीदी में घाटा होने की जानकारी उपस्थित किसानों को दी गई। किसानों को ऋण देने खाद बीज वितरण, ऋण वसूली को लेकर जानकारी दी गई। एवं लैंप्स के कर्मचारियों को 7 माह से वेतन नहीं मिलने की भी जानकारी दी गई। आदिम जाति सहकारी बैंक में एटीएम जो बनाए हैं आज तक बैंक के द्वारा लेम्प्स को किराया नहीं दिया जा रहा है।इसकी जानकारी लैंप्स उपाध्यक्ष रामानंद मिश्रा ने उक्त किसानों को दी जो उन्होंने सभी कृषकों को निवेदन किया कि समय पर कर्जा लेकर समय पर पटाने के लिए कहा इसके पश्चात पूर्व विधायक अंतू राम कश्यप ने भी कहा कि सरकार एक बार कर्ज माफ किया था ।आप सभी बैंक का समय पर कर्जा ले और समय पर कर्जा पटा दे। और साथ ही समय में पोटाश, यूरिया, डीएपी,उठा ले ताकि परेशानियों का सामना करना ना पड़े। इस वर्ष किसानों को खाद के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा।

किसानों से चल रहा लैंप्स।

बस्तर लेम्प्स के अंतर्गत बस्तर भाटपाल,टाकरागुड़ा, परचनपाल, भरनी,करमरी,नारायणपाल के 4392 पंजीकृत किसान है।इस वर्ष किसानों का कमीशन लेम्प्स के खाता में राशि ना डालकर किसानो के ऋण में काटा जा रहा है। जिसका लेम्प्स संचालक मंडल के द्वारा विरोध किया गया। इतने वर्षों में इस वर्ष लेम्प्स में जो घाटा हुआ है। 3992 क्विंटल धान का घाटा हुआ है लगभग 99 लाख घाटा होने की जानकारी आम सभा को दी गई।

सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारी किसानों को करते हैं दुर्व्यवहार।

किसानों के द्वारा आम सभा में बताया गया कि बस्तर के आदिम जाति सहकारी केंद्रीय बैंक में जब किसान बैंक में जाते हैं तो बैंक के कर्मचारी किसानों से दुर्व्यवहार किया जाता है उक्त बात आम सभा में किसानों ने कहा। साथ ही बैंक में अवस्था का आलम बताया धूप हो या बारिश किसानों के लिए बैठने के लिए छायादार की व्यवस्था भी नहीं है जिससे किसान परेशान रहते हैं।वही खरीफ फसल का अभी तक ऋण नहीं मिलने की शिकायत किसानों ने लेम्प्स प्रबंधक को कहा जिस पर प्रबंधक ने बताया कि कंप्यूटर के त्रुटि के कारण कुछ किसानों का जमा नहीं हुआ है।

उन्होंने जानकारी आम सभा में दी की किसानों के प्रकरण लैंप्स प्रबंधक द्वारा बनाकर बैंक में जमा करने के बावजूद भी बैंक के ऋण स्वीकृत नहीं करने की बात कही गई।सभा में बताया गया कि बैंक के द्वारा आपका फाइनेंस नहीं किया जाएगा कहकर वापस किया जा रहा है।जिसके कारण किसानों को समय पर ऋण स्वीकृति नहीं होने की जानकारी आम सभा में दी गई।

सहकारी संस्था एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के द्वारा लैंप्स बस्तर का प्रभार दीनदयाल पानीग्राही को देने के लिए पत्र प्रेषित किया गया था जिस पर आम सभा में सैकड़ों किसानों व संचालक मंडल के द्वारा विरोध करते हुए दूसरे लेम्प्स प्रबंधक को चार्ज नहीं देने की बात कही और कमल दीवान को यथावत रखने की किसानों ने प्रस्ताव पारित किया।

इस्तीफा मंजूर नहीं ऑपरेटर पर एफ आई आर के प्रस्ताव पर संचालक मंडल ने लगाई मुहर

धान खरीदी करते समय सहकारी बैंक के द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक निषाद को बैंक के द्वारा रखा गया था। आम सभा में जानकारी दी गई कि डाटा ऑपरेटर के द्वारा लेम्प्स को घाटा करके इस्तीफा देकर फरार हुआ है। उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया जाने प्रस्ताव पारित किया गया। संचालक मंडल ने कहा कि एफआईआर दर्ज करने के बाद कौन-कौन शामिल है वह सब पता चल जाएगा संचालक मंडल के द्वारा एफआईआर किये जाने की बात कही गई।संचालक मंडल एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि सब मिलकर कलेक्टर व विभागीय मंत्री को ध्यानाकर्षण करवाने की बात कही गई नहीं तो हमेशा इस तरह का नुकसान होते रहेगा इस दौरान संचालक मंडल के अध्यक्ष राम प्रसाद कश्यप, उपाध्यक्ष रामानंद मिश्रा, पूर्व विधायक अंतू राम कश्यप,प्रेम शंकर शुक्ला, कन्हैयालाल साहू,भिर्गु तिवारी, सहित अन्य सैकड़ो की संख्या में किसान मौजूद थे।