नारायणपुर – नारायणपुर जिले के रायनार ग्राम पंचायत के सरपंच ने बीती रात आत्महत्या कर ली। युवा सरपंच राकेश कोर्राम 40 वर्ष पिता सुखराम कोर्राम की मौत के बारे में परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को धनोरा थाने से आने के बाद तनाव में था इसके बाद रात 11:30 बजे के आसपास घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया। वही मृतक की पत्नी मंगली कोर्राम व भाई के किशोर कोर्राम ने पुलिस पर आरोप लगाते बताया कि कल धनोरा टीआई गणेश यादव ने उसके भाई को धनोरा थाना बुलाकर पूछताछ कर धमकी दिया था। जिसकी वजह से राकेश कोर्राम काफी तनाव में था और उसने यह कदम उठाया है।
ग्रामीण देवलाल ने बताया कि मृतक सरपंच के साथ मै शुक्रवार को थाना धनोरा पहुंचा जहां पर थाना प्रभारी के द्वारा मुझे बाहर भेजा गया था। करीब आधे घंटे तक सरपंच के साथ किस विषय को लेकर बात की मुझे जानकारी नहीं है, परंतु जब सरपंच बाहर निकला तो वहां बहुत डर से कांप रहा था, कांपते-कांपते बताया कि थाना प्रभारी बार-बार मुझे जेल में डाल दूंगा वही सड़ते रहना बोल रहे है |
युवा जनप्रतिनिधि के द्वारा आत्मघाती कदम उठाने से पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है वहीं सरपंच संघ जिला नारायणपुर मृतक के परिवार में दुख बॉटने रायनार पहुँचे थे। सरपंच संघ के अध्यक्ष बिसेल नाग ने बताया कि घटना की विस्तृत जानकारी जानने ग्राम रायनार पहुंचे हैं,यह जानकारी मिल रही है कि धनोरा थाना प्रभारी के द्वारा सरपंच को परेशान किया जा रहा था जिसके कारण वे मानसिक रूप से परेशान थे। एक जनप्रतिनिधि को पुलिस प्रशासन इस तरह से बार-बार थाना बुलाकर परेशान कर रहा है तो आम नागरिक की क्या दशा हो सकती है, इसके लिए उच्च अधिकारी को जांच हेतु शिकायत की जाएगी।
पुलिस ने कहा नक्सलियों के दबाव में था सरपंच
थाना प्रभारी गणेश यादव से सरपंच की आत्महत्या के बारे में जानकारी दी कि सरपंच नक्सलियों के दबाव में थे पिछले 4 महीने से वह घर छोड़कर बयानार अपने ससुराल चला गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि पंचायत के निर्माण कार्यों को लेकर नक्सली सरपंच राकेश कोर्राम से मोटी कमीशन की मांग कर रहे थे जिससे वह तनाव में चल रहा था इस वजह से शराब का ज्यादा सेवन कर रहा था। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सरपंच को थाने में बुलाया गया था लेकिन धमकी जैसी कोई बात नहीं हुई। सरपंच के साथ गांव की साफ-सफाई को लेकर चर्चा हुई थी और धनोरा थाना से रवाना हुए थे। थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों के द्वारा उन पर लगाए जा रहे आरोप में किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है।