कलेक्टर से की फरियाद एक सप्ताह में नही मिला मुवावजा तो परिवार के साथ धरने में बैठने को तैयार
रेलवे में गई भूमि के मुआवजे को लेकर महिला किसान परेशान
बस्तर ब्लाक के ग्राम टाकरागुड़ा का
बस्तर ब्लाक मुख्यालय के ग्राम पंचायत भाटपाल की निवासी बूटकी कश्यप पति स्व सकरु राम कश्यप जिसकी भूमि पटवारी हल्का भाटपाल रकबा 357 रकबा1.46 हेक्टयरभूमि में भारत सरकार द्वारा रेलवे लाइन हेतु भूमि अधिग्रहित किया गया है। उक्त भूमि ग्राम पंचायत आड़ावाल के आश्रित ग्राम भरनी में स्थित है, राजस्व विभाग की लापरवाही के कारण भूमि स्वामी के स्थान पर अन्य किसान को मुआवजे की राशि का चेक वितरण किया गया था। आवेदक को मुआवजा न मिलने की स्थिति में जब उसने पता लगाया तो यह बात संज्ञान में आई की, उक्त रकबा, खसरे की मुआवजे की राशि को दूसरे के नाम से जारी किया गया है। आनन-फानन में विभाग ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए गलत किसान को जारी किए गए चेक को निरस्त करने हेतु आदेश जारी किया गया। किंतु 2017 का यह मामला आज भी परेशानी का सबब बना हुआ है । किसान बुटकी कश्यप ने 15/10/2018 को बागी अधिकारी राजस्व बस्तर के नाम आवेदन पत्र भी सौंपा है । तू किसी ने आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया ।पात्र किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं। राजस्व विभाग के कर्मचारियों के द्वारा लॉक डाउन का हवाला देकर किसान को लगातार गुमराह किया जा रहा है। किसान बुटकी कश्यप ने जिला कलेक्टर रजत बंसल से मांग की है कि रेलवे के लिए गई उसकी भूमि का मुआवजा का चेक भुगतान तत्काल करवाने की कृपा करें 1 सप्ताह के अंदर अगर भुगतान नहीं किया जाता है। तो परिवार के साथ धरने में बैठने को विवश हूँ जिसकी पूरी जवाबदारी संबंधित विभाग की होगी
सरपँच करेंगी कलेक्टर से शिकायत
ग्राम पंचायत भाटपाल की सरपंच रयो नारायण कश्यप ने कहा कि राजस्व विभाग की लापरवाही का भुगतान आखिर किसान को क्यों भुगतना पड़ रहा है। 2017 से लंबित यह प्रकरण आज भी लंबित है जल्द ही इस संबंध में कलेक्टर बस्तर रजत बंसल से मामले की वास्तविकता से अवगत कराया जाएगा।