अनुसूचित जनजाति मोर्चा जगदलपुर मंडल ने छत्तीसगढ़ महतारी वीर सपूत प्रथम स्वतंत्रता सेनानी गोंडवानासाम्राज्य के शेर कहे जाने वाले गरीबों के मसीहा शहीदवीरनारायणसिंह को याद कर बलिदान_दिवस के रूप में मनाया गया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजजा मोर्चा व पूर्व सांसद बस्तर दिनेश कश्यप ने संबोधन में कहा की, शहीद वीर नारायण सिंह जो एक आदिवासी और छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी थे इन्होंने अंग्रेजों के दमनकारी नीतियों के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन में कूदे और अंग्रेज इस आंदोलन को कुचलने के लिए वीर नारायण सिंह को गिरफ्तार कर, क्रूरता पूर्वक फांसी देने के बाद 7 दिनों तक इनके मृत शरीर को चौक में टांगे रहने दिया और, इसके पश्चात धूप तोप से मृत शरीर को अंग्रेजों ने उड़ा दिया ! अंग्रेजों ने आदिवासी क्रांतिकारियों को दबाने के लिए ऐसी निर्ममपूर्वक सजा शहीद वीर नारायण सिंह को दी.
सुरेश गुप्ता ने कहा के छत्तीसगढ़ के प्रथम क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण को हम सबको जानने की जरूरत है जिन्होंने कोमाखान से आदिवासियों पे हो रहे अत्याचार के खिलाफ अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे किए , कार्यक्रम अध्यक्षता नगर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष भुवनेश्वर ध्रुव ने किया और भुनेश्वर ने कहा की अन्याय अवस्था के खिलाफ आदिवासी समाज हमेशा लड़ता रहा है चाहे वह गुंडाधुर हो या शहीद वीर नारायण हमें हमारे इतिहास को हमेशा याद रखना चाहिए, कार्यक्रम का संचालन योगेश ठाकुर ने किया और आभार वार्ड के पार्षद धन सिंह नायक ने किया.