प्रभावित हुआ बस्तर का पर्यटन और होटल कारोबार
(अर्जुन झा)
जगदलपुर। हैदराबाद विमानतल पर यात्री सुविधाओं की खातिर धरने पर बैठे बस्तर सांसद दीपक बैज अब बस्तर की ठप पड़ी रेल सेवा की बहाली के लिए जगदलपुर रेलवे स्टेशन के बाहर धरने पर बैठेंगे। सांसद दीपक बैज कोरोना काल से बंद बस्तर की रेल सेवा शुरू करने के लिए लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं लेकिन जब दिल्ली ने बेदिली दिखाई तो उनके पास सत्याग्रह के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। अब वे बस्तर की जनता के साथ 28 दिसम्बर को धरने पर बैठेंगे। जिसकी इत्तिला उन्होंने रेलमंत्री को पत्र लिखकर दे दी है। सांसद दीपक बैज का कहना है कि एक रेल के पहिये रुकने से बस्तर का पर्यटन और होटल कारोबार थम गया। केंद्र सरकार की बस्तर से बेरुखी का आलम यह है कि दो साल पहले रायपुर- बस्तर के बीच रेल सेवा का मामला लोकसभा में उठने पर रेल राज्यमंत्री अब यह बताकर टरका रहे हैं कि लाइन निर्माण का कार्य प्रगति पर है। पता नहीं यह कैसी प्रगति है, जिसकी निरर्थक व्याख्या करने में केंद्र सरकार को दो साल का समय लग गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बंद की गई बस्तर की रेल सेवा कब शुरू होगी, इसका जवाब भी क्या दो साल बाद मिलेगा। दो साल बाद तो बस्तर और छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश की जनता मोदी सरकार को जवाब दे देगी।
कोरोना काल में बंद की गई बस्तर से चलने वाली यात्री रेल फिर शुरू करने की मांग को लेकर सांसद दीपक बैज 28 दिसम्बर को दोपहर 01बजे जगदलपुर रेलवे स्टेशन के बाहर सत्याग्रह करेंगे। उन्होंने सत्याग्रह की सूचना पत्र लिखकर सीधे रेल मंत्री को दे दी है। इसी दिन कांग्रेस का स्थापना दिवस भी है। सांसद दीपक बैज का कहना है कि केंद्र की सरकार बस्तर की मांगों को अनसुना कर रही है। लोकसभा में लगातार रेल सेवा संबंधी मुद्दों को उठाने तथा केंद्र सरकार को पत्र लिखने का कोई असर नहीं हो रहा, इसके कारण उन्हें सत्याग्रह का रास्ता चुनना पड़ा है। सांसद दीपक बैज ने कहा कि इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है कि रेलवे बोर्ड हावड़ा- जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस का परिचालन शुरू करने का आदेश जारी कर चुका है, आदेश जारी होने के 3 माह बाद भी रेल प्रशासन इस ट्रेन को शुरू नहीं कर पाया। कोरोना काल में बंद की गई यात्री ट्रेनों को दोबारा शुरू करने के लिए रेल मंत्री द्वारा झंडी दिखाने की नीति के कारण अनावश्यक विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तो केवल 1 दिन का सत्याग्रह कर रहे हैं लेकिन यदि केंद्र सरकार इसी तरह बस्तर के साथ भेदभाव जारी रखेगी तो आगे चलकर रेल रोको आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। मंगलवार को सत्याग्रह जिन तीन रेल मुद्दे को लेकर किया जा रहा है उसमें हावड़ा- जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस का परिचालन शीघ्र शुरू करने, विशाखापट्टनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस सप्ताह में पूरे 7 दिन चलाने, दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस शुरू करने हेतु प्रमुख मांग शामिल है।
सांसद दीपक बैज ने सत्याग्रह की सूचना रेलवे बोर्ड के साथ ही ईस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर, रेल मंडल वॉल्टियर तथा जिला एवं पुलिस प्रशासन बस्तर को भी दी है। विदित है कि सांसद दीपक बैज लोकसभा में बस्तर की आवाज बुलंद कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है।
