तेलंगाना के किसानों का धान प्रबंधक के संरक्षण में बिकने उसूर लेम्पस पहुंचा

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प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी तेलंगाना से पुजारी कांकेर के रास्ते

ट्रेक्टर से धान पहुंचा खरीदी केन्द्र

जगदलपुर/बीजापुर –  शासन प्रशासन जहां दिगर प्रांतों से अवैध धान परिवहन पर रोक लगाने सीमावर्ती राज्य के सीमा पर नाकेबंदी करा रखी है वहीं प्रशासन के नुमाइंदे इस नाकेबंदी में सेंधमारी कर दिगर प्रांतों से धान मंगाकर छग के धान खरीदी केन्द्रों में खपाने में माहिर है जिसका जीता जागता उदाहरण बीजापुर जिले के उसूर के धान खरीदी केन्द्र है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासनिक अधिकारी ही शासन को चपत लगाने में जुटे है।

इस तरह का मामला उसुर धान खरीदी केंद्र में देखने को मिला जंग तेलंगाना से ट्रैक्टरों में भरकर धान उसुर धान खरीदी केंद्र पंहुचा था जब पत्रकारों ने तेलंगाना से धान बेचने आये लोगो से पुछ तो उन्होंने बताया कि हम धान तेलंगाना के चेरला एंव वेंकटापुरम से लेकर आ रहे है तेलंगाना में धान का मूल्य कम है या प्रबंधक द्वारा 15 रुपये में खरीदा जा रहा है इसलिए यंहा बेचेंगे इस तरह तेलंगाना के धान को धान खरीदी प्रभारी द्वारा उसुर क्षेत्र के नहीं बेचने वाले किसानों के खाते में खरीदी कर मोटी कमाई में लगे है जबकि पुजारी कांकर – कोतापल्ली क्षेत्र के किसान अब भी अपने धान बेचने को लेकर परेशान है एंव मजबूरन चेरला एंव वेंकटापुरम के कोचियों (व्यापारियों) को कम दर पर बेच रहे है और ये कोचिये लेम्स प्रबंधक से सांठगांठ कर सारे धान को पुजारी कांकेर के रास्ते उसुर पहचा रहे है।

तेलंगाना के धान खरीदी के लिए बनाया अलग से रजिस्टर जिस पर अचानक पड़ी मीडिया की नजर

धान खरीदी केंद्र में तेलंगाना से आ रहे धान को किस किसान के खाते में खरीदी करना है इसके लेकर एक रजिस्टर भी बनाया गया है जो कि सरकारी रजिस्टर से हटकर है जिसमे देखने पर सारा कच्चा चिट्ठा मिडिया के सामने आया |

मामले को लेकर क्या कहते है लेम्प्स प्रबंधक

तेलंगाना से आ रहे धान की खरीदी को लेकर जब लेम्स प्रबंधक विष्णु साहू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारा काम सिर्फ धान खरीदी के लक्ष्य को पूरा करना है इसके लिए जंहा से भी धान आएगा हम खरीदेंगे इससे साफ जाहिर होता है कि इसमें धान खरीदी को लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों की भी मिलीभगत है जिसके चलते इन्हें किसी भी कार्यवाही का डर नहीं और तेलंगाना के धान को खरीद कर मोटी कमाई में लगे है |

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सीआरपीएफ ने भी माना कि तेलंगाना के ट्रेक्टर पंहुच रहे है लेकिन हम कुछ नहीं कर सकते

इस दौरान जब मिडिया की टीम उसुर से आगे गलगम तक गई तो सीआरपीएफ के नाको पर कुछ ट्रैक्टरों को रोक कर नाम पता पूछ रहे थे जब मीडियाकर्मियों ने नाके में बैठे सीआरपीएफ जवानों से पूछा तो बताया कि अब तक कई ट्रेक्टर से ज्यादा धान तेलंगाना से आ चुका है लेकिन उनका काम सिर्फ नाम -पता लिखना है अवैध धान को रोकने के लेकर कोई आदेश नहीं है इसलिए हम जाने देते है |

नैमेड में भी अवैध धान खरीदी को लेकर चर्चा जोरों पर

बीजापुर मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर दूर नैमेड धान खरीदी केंद्र में भी अवैध धान की खरीदी को लेकर चर्चा जोरों पर है वा के ग्रामीणों ने बताया कि अब तक दो हजार बोरी धान की अवैध खरीदी प्रबंधक द्वारा या के व्यापारियों से कर ली गई है जिसमे नैमेड का व्यापारी ने ही 700 बोरी अवैध धान रात के अंधेरे में 7 दिनों तक छोड़ा।

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने बताया कि उसूर धान खरीदी मामले की एसडीएम को जांच के अदेश दे दिये गये है। उन्होंने बताया कि ट्रेक्टर तेलंगाना का होना बताया और धान उसूर के होने की बत कही जा रही है। कटारा ने बताया कि मामले की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पायेगी।