बालाजी मंदिर के वार्षिक महोत्सव के पहले दिन निकाली गई भव्य शोभायात्रा

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भक्तिमय वातावरण के बीच जगह जगह हुआ शोभायात्रा का स्वागत

जगदलपुर। शहर के श्री बालाजी मंदिर का 21वें वार्षिक महोत्सव का शुभारंभ आज हो गया है। आज सुबह आंध्र प्रदेश से पधारे विद्वान पंडितों के सानिध्य में पाँच दिवसीय वार्षिकोत्सव विधि विधान पूर्वक प्रारंभ हो गया है। पहले दिन मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला में वास्तुयोगेश्वर, ब्रम्ह मंडप आराधना और अग्नि प्रतिष्ठापना की गई। आज ही गरूड़ स्तंभ में

पताक प्रतिष्ठ, ध्वजारोहण, गज्जलु विधान के बाद भगवान श्री श्री श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी के काष्ठ निर्मित परिक्रमा रथ की पूजा संपन्न हुई। रथ की पूजा के पश्चात रथारूढ देव प्रतिमाओं के साथ शहर में भगवान बालाजी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा बालाजी मंदिर से निकल कर अग्रसेन चौक, पैलेस रोड होते माँ दंतेश्वरी मंदिर पहुँची। दंतेश्वरी मंदिर में पूजा के पश्चात शोभायात्रा को मेनरोड, स्टेट बैंक चौक, चाँदनी चौक, संजय बाज़ार होते वापस बालाजी मंदिर पहुँचा कर समापन किया गया। इस दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा से पुर्व वेद पारायण, मंगलाशासनम्, विश्वक्सेन आराधना, भगवतपुण्यावचनम्, रक्षासूत्र बंधन, रूत्विकावरण प्रधानम्, अंकुरार्पण विधान के साथ यज्ञशाला आराधना विधान संपन्न हुआ। शोभायात्रा के दौरान टेंपल कमेटी की ओर से कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने निःशुल्क मास्क वितरित किये गये थे और हेंड सेनेटाईजर भी भक्तों के लिए उपलब्ध करवाये जा रहे थे।

कल होगा महा अभिषेकम् और श्री श्रीनिवास महाकल्याणम्

भीष्म एकादशी के पावन अवसर पर कल शनिवार सुबह वार्षिकोत्सव के तहत प्रातःकालीन सत्र में भगवान बालाजी और माता श्रीदेवी- भूदेवी की प्रतिमाओं का 108 रजत कलशों में भरे दिव्य द्रव्य से अभिषेक किया जायेगा। शनिवार की शाम मंदिर परिसर में श्री श्रीनिवास कल्याणम् विधान संपन्न होगा। इस विधान के तहत भगवान बालाजी के साथ श्रीदेवी- भूदेवी का विवाह संपन्न होगा। देर रात तक चलने वाले कल्याणम् में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।