कुपोषण पर सियासत: भाजपा बोली- छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था चरमराई, कांग्रेस ने कहा-जमीनी जंग से डरी भाजपा कर रही संसद का दुरूउपयोग

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सीएम अपनी कुर्सी बचाने में लगे

रायपुर। प्रदेश में कुपोषण से मौत बढ़ने वाले बयान के बाद बीजेपी सांसद रामविचार नेताम नेताम ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है। मुख्यमंत्री का इस पर कोई ध्यान नहीं है वे अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं। नेताम के आरोप को सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे ने निराधार बताते हुए कहा, अगर सुझाव देना है तो देवे, ये आंकड़े सही हो नही सकते। इन आकड़ों का स्त्रोत भाजपा है। किसी एक इलाके में मौत को लेकर कोई सुझाव हो तो दें। कोई भी आरोप लगाएंगे तो ये सही नही है। आदिवासी महिलाओं और बच्चों के मौत के आंकड़ों से छत्तीसगढ़ सरकार इत्तेफाक नहीं रखती। केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया गलत बीमारी से मौत के आंकड़ों को बढ़ा चढ़ाकर किया जा रहा है पेश भाजपा मौत पर सियासत करना चाहती है।

सीएम को सिर्फ कुर्सी की चिंता

राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने एक पत्रवार्ता में कहा, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग चरमरा गई है. इस ओर मुख्यमंत्री का जरा सा भी ध्यान नहीं है। वो अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं। सुदूर अंचलों में स्वास्थ्य विभाग सेवा नहीं दे पा रहा है, इस कारण प्रदेश में कुपोषण और उससे होने वाली मौतों में इजाफा हुआ है।

नेताम के पेश किए आंकड़े

नेताम के पेश आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 2018 में 3290 बच्चों, 2018 -19 में 6448 बच्चों, 2019-2020 में 7406 बच्चों की मौत हुई है. हालांकि प्रदेश सरकार को इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र मदद कर रही है। नेताम ने बताया कि बच्चों ही नहीं महिलाओं की भी मौते के मामला में इजाफा आया है. 2019-20 में 304 और 2020-21 में 314 आदिवासी महिलाओं की मौत हुई है।

राजनांदगांव में हालात सबसे ज्यादा खराब

भूपेश सरकार पर हमला बोलते हुए नेताम ने कहा कि खस्ताहाल स्वास्थ सेवाओं के कारण सबसे ज्यादा राजनांदगांव में महिलाओं की मौत हुई है। केंद्र सरकार हर साल राज्य को हजारों करोड़ रुपए मुहैया कराती है, लेकिन प्रदेश सरकार इन आदिवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा तक नहीं दे पा रही है।

संसद में झूठ बोल रही भाजपा

कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने उनके आरोप पर कहा संसद में पेश आकड़ों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कुपोषण की दर और से मौतें कम हुई हैं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य है कि भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जमीनी मुकाबला नहीं कर पा रही है। इसलिए वो संसद जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों का भी राजनीतिकरण कर रही है। भाजपा ने संसद में झूठ बोला है, कि छत्तीसगढ़ में कुपोषण से मौतें बढ़ी हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मॉडल से डारकर छत्तीसगढ़ की सरकार को बदनाम करने के लिए अब संसद के मंच का उपयोग हो रहा है।