वार्षिक परीक्षा की समय सारणी जारी – छात्र सभा ने किया विश्वविद्यालय का घेराव

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राज्यभर के छात्र – छात्राओं द्वारा प्रदर्शन के बावजूद ऑनलाइन परीक्षा पर उच्च शिक्षा मंत्री क्यों हैं चुप ? – छात्र सभा

ऑनलाइन परीक्षा की मांग : छात्र सभा ने किया राज्यसरकार के ख़िलाफ़ जमकर प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ / बस्तर । ऑनलाइन परीक्षा की मांग लेकर छात्र छात्राओं के बीच किए गए वृहत पैमाने के सर्वे के बाद जनसभा की छात्र इकाई छात्र सभा ने सर्वप्रथम कुलपति उसके बाद राज्यभर के महाविद्यालयों में प्राचार्यों के माध्यम से कुलाधिपति के नाम ज्ञापन सौंपकर ऑनलाइन परीक्षा की मांग की थी।

राज्य भर के विद्यार्थियों की मंशा अनुरूप ऑनलाइन परीक्षा के विषय में किसी प्रकार संज्ञान ना लेने और ऑफलाइन परीक्षा की समय सारिणी की घोषणा के बाद छात्र सभा के प्रमुख संरक्षक डॉ. अरुण पाण्डेय् के आदेशानुसार राज्य भर के विद्यार्थियों के मंशा पर ध्यानाकर्षण न करने वाली राज्य सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करते हुए छात्र सभा द्वारा हजारों छात्र – छात्राओं के साथ 15 मार्च को शमक / बस्तर विश्वविद्यालय का घेराव किया गया।

राज्य के छात्र – छात्राओं के भविष्य के प्रति असंवेदनशील हैं राज्य सरकार – डॉ. अरुण पाण्डेय्

छात्र छात्राओं के मांग का समर्थन करते हुए छात्र सभा के प्रमुख संरक्षक व जनसभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण पाण्डेय् ने कहा कि राज्य भर के विश्वविद्यालयों से संबंधित महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं द्वार ज्ञापन, प्रदर्शन उपरांत भी ऑनलाइन परीक्षा की मांग पर ध्यानाकर्षण नही किया गया। इस व्यवहार से साफ़ साबित होता हैकि राज्य सरकार छात्र – छात्राओं के भविष्य के प्रति असंवेदनशील है। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल व स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा जारी वार्षिक परीक्षा की समय सारिणी में बदलाव करते हुए परीक्षा मोड में भी परिवर्तन के निर्देश जारी करने चाहिए।

राजनैतिक दलों से संबद्ध छात्र संगठनों की अपेक्षा बढ़ रहा छात्र सभा का दबदबा

विश्वविद्यालय घेराव में उपस्थित छात्र छात्राओं की हजारों की संख्या यह स्पष्ठ इशारा करती हैकि राजनैतिक दलों से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से समर्थित छात्र संगठनों के प्रति छात्र छात्राओं का रुझान कम होकर गैर राजनैतिक संगठन जनसभा के छात्र इकाई छात्र सभा की लोकप्रियता छात्र छात्राओं के बीच अधिक है। इस तरह कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि बहुत ही कम समय में ही छात्र छात्राओं के संगठनों के बीच छात्र सभा का दबदबा लगातार बढ़ रहा है।

जानकारी होकि इस प्रदर्शन में बस्तर संभाग के प्रत्येक जिलों व ब्लॉकों में संचालित महाविद्यालयों से छात्र सभा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए।

लगभग दो घंटे के प्रदर्शन के बाद उच्च शिक्षा मंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन

छात्र सभा के नेतृत्व में विश्वविद्यालय घेरने निकले हज़ारों छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय के गेट पर ही रोक दिया गया। जिस पर आक्रोशित छात्र छात्राओं ने जमकर नारे बाज़ी करते हुए ऑनलाइन परीक्षा की मांग किया। छात्र छात्राएं लगातार कुलपति व अन्य जिम्मेदार लोगों से मिलने की जिद लर अड़े रहे।

बस्तर संभाग के सभी ज़िलों व ब्लॉकों के छात्र छात्राएं हुए शामिल

छात्र सभा से जुड़े छात्र छात्राओं के नेतृत्व में बस्तर संभाग के सभी जिलों व ब्लॉकों से छात्र छात्राएं इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। इस प्रकार छात्र सभा ने अपनी उपस्थिति दिखाते हुए आ शक्ति प्रदर्शन करने का भी प्रयास किया है।

ऑनलाइन परीक्षा की मांग सहित महाविद्यालयों में व्याप्त समस्यायों पर भी छात्र – छात्राओं ने सुनाई परेशानी

छात्र सभा के आंदोलन से मज़बूर कुलपति को आना पड़ा कैंपस से बाहर

आक्रोशित छात्र छात्राओं को शांत करवाने पुलिस प्रशासन के निवेदन पर छात्र सभा के प्रमुख संरक्षक डॉ. अरुण पाण्डेय् प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्हें पुलिस घेरे में कुलपति के कार्यालय तक ले जाया गया जहां उनके निवेदन के पश्चात कुलपति बाहर आकर छात्र छात्राओं से मिलने तैयार हुए। जिसपर छात्र सभा के संरक्षक द्वारा कहने पर छात्र छात्राएं शांत हुए व अपने आंदोलन को समाप्त किया।

इस प्रकार छात्र सभा के आंदोलन के बाद कुलपति को अपना अड़ियल रवैय्या छोड़ना पड़ा व कैंपस से बाहर आकर उन्होंने छात्र छात्राओं की मांग सुनी व ज्ञापन उच्च शिक्षा मंत्री कार्यालय तक पहुंचाने की बात की।