संविधान के अनुच्छेद 21 व 25 का हवाला देकर आम आदमी पार्टी ने सर्व समूदाय के अंतिम संस्कार हेतु भूमि आरक्षित करने की उठाई मांग

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आम आदमी पार्टी ने कलेक्टर से की प्रत्येक पंचायत में अंतिम संस्कार के लिए भूमि आबंटन की मांग

प्रत्येक नागरिक को सम्मान के साथ अंतिम संस्कार का संवैधानिक अधिकार है, प्रत्येक समूदाय को पृथक पृथक भूखंडों का किया जाए आबंटन -तरुणा

संविधान पालन की जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों का कर्तव्य : आम आदमी पार्टी

छत्तीसगढ़ / जगदलपुर । आम आदमी पार्टी, बस्तर इकाई द्वारा संविधान के अनुच्छेद 21 एवं 25 अनुसार प्राण व दैहिक स्वतंत्रता का संरक्षण के साथ मृत्यु पश्चात मृत देह का सम्मान सहित अंतिम संस्कार का अधिकार के तहत ज़िले में निवासरत प्रत्येक समुदाय के लोगों के लिए प्रत्येक पंचायत क्षेत्र में निर्बाध रूप से लोग अपने परिजनों व समाज के लोगों का अंतिम संस्कार कर सकें इसके लिए भूखंड आबंटन की मांग कलेक्टर से की है।

कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया गया हैकि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 जिसमें प्राण और दैहिक स्वतंत्रता के संरक्षण सहित अनुच्छेद 25 में अलग अलग धर्म समुदाय अनुसार प्रत्येक भारतीय नागरिक को सम्मान के साथ दैहिक स्वतंत्रता व उसके संरक्षण का अधिकार प्राप्त है।

ज्ञापन में परमानंद कटारा बनाम भारत संघ और अन्य के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के अधिकार को मान्यता दी गई थी इस बात का भी जिक्र किया गया है।

आम आदमी पार्टी की जिलाध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर ने मीडिया को जानकारी दी हैकि बस्तर ज़िले में धर्म का आड़ लेकर मृत्यु पश्चात मृत देह के सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार पर विभिन्न स्थानों पर वर्षो से विवाद होते आये हैं, जोकि सीधे तौर पर संविधान द्वारा प्राप्त अधिकारों का हनन है।

उन्होंने बताया कि बस्तर ज़िले में मसीही, इस्लाम व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों परिवार नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों में भी निवास करते हैं। नगरीय क्षेत्रों की बात छोड़कर देखा जाए तब ग्रामीण अंचलों में इन अल्पसंख्यक समुदायों के परिजनों के मृत्यु पश्चात सम्मान से अंतिम संस्कार करने के लिए सभी पंचायतों / प्रशासन द्वारा भूमि आबंटन नही किया गया है।

गौरतलब हो कि किसी व्यक्ति के मृत्यु पश्चात मृत देह को अधिक समय तक संरक्षित नही रखा जा सकता और ऐसी परिस्थितियों में संबन्धित परिवार के साथ अन्य समुदाय या पंचायत क्षेत्र में निवासरत अन्य लोगों के विरोध के कारण दुविधा की स्तिथि उत्पन्न होती है।

कलेक्टर का इस विषय पर ध्यानाकर्षण करते हुए आम आदमी पार्टी ने जगदलपुर विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत जाटम के आश्रित गांव डोंगाम में पूर्व में सरकारी कार्यवाही उपरांत भी आज पर्यंत तक भूखंड का आबंटन मसीही समाज़ को नही होने की बात पर प्रकाश डालते कहा कि जब प्रशासन द्वारा ही संविधान में प्रदत्त अधिकारों का लाभ प्रत्येक नागरिक को समानता से नही दिलवाया जा रहा है तब यह संविधान का अपमान करना है।

उन्होंने कलेक्टर के नाम दिए ज्ञापन में ग्राम पंचायत जाटम के आश्रित गांव डोंगाम सहित बस्तर ज़िले के समस्त ग्राम पंचायतों में ऐसी स्तिथी का प्रशासनिक तंत्र का इस्तेमाल करते हुए सर्वे कराकर प्रत्येक पंचायत में सर्व धर्म के लिए पृथक पृथक भूखंडों का आबंटन कर सभी मृत देह को सम्मान के साथ अंतिम संस्कार का अधिकार दिलाने आदेशित करने का आग्रह किया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिलाध्यक्ष तरुणा साबे के साथ महिला जिलाध्यक्ष आरती पटनायक, महिला जगदलपुर विधानसभा अध्यक्ष फूलमती कुड़ियाम, मोहसिन खान,जगरनाथ ,अमन बघेल,कमला साहू, ग्राम पंचायत जाटम से आम आदमी पार्टी युवा विंग के सदस्य जोशेफ कश्यप,विजय नाग व अन्य ग्रामीण उपस्थित रहें।