बालोद–कांग्रेस पार्टी के जनघोषणापत्र में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों ( स्वास्थ्य संयोजको ) कि मांगो का निराकरण एवं चर्चा 3 दिवस बाद भी न होने एवं शासन – प्रशासन द्वारा सुध नही लिए जाने से नाराज स्वास्थ्य संयोजको ने अब 24 मार्च को मुख्यमंत्री निवास घेरने कि तैयारी कर ली है । ज्ञात हो कि प्रदेश के 15 हजार स्वास्थ्य कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे है जिसके कारण पूरे प्रदेश भर के 5200 उप स्वास्थ्य केंद्र एवं हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में ताले लटके हुए है ।
स्वास्थ्य संयोजको के हडताल से टीकाकरण के साथ – साथ शिशु संरक्षण माह जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम पूरी तरह प्रभावित होते दिखा । कोविड टीकाकरण जो की पूरी तरह से जिले में बंद है जहां सेंटर दिया गया है वहा स्वास्थ्य संयोजकों की हड़ताल से निरंक ही रहा।ज्ञात हो कि प्रदेश के 20199 गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का काम स्वास्थ्य संयोजको द्वारा किया जाता है, छ.ग. के गांवो मे प्रसव, टीकाकर, सामान्य बीमारीयों के ईलाज के लिए गरीजों को भटकना पड़ रहा है जिसके कारण लोग झोलाछाप डॉक्टर के पास जाने लगे है, साथ ही घर प्रसव भी होने कि जानकारी प्राप्त हो रही है और नवजात बच्चे को निर्धारित समय पर लगाया जाने वाला टीका भी प्रभावित हो रहा है।
बस्तर एवं सरगुजा जैसे सुदूर इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं को पूरा दारोमदार स्वास्थ्य संयोजको के उपर ही होता है। इसी तरह स्वास्थ्य संयोजको का आंदोलन चलता रहा तो ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा अभाव में किसी अन्होनी घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है । स्वास्थ्य संयोजको कि 6 सुत्रीय मांग निम्नानुसार है|
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- समान शैक्षणिक योग्यता एवं प्रशिक्षण अवधि के आधार पर एवं विभागीय प्रस्ताव अनुरूप ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको का वेतनमान समतुल्य करते हुए वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 2800 किया जाए ।
- ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको का मनोबल बढाने हेतु पदनाम परिवर्तित कर ग्रामीण स्वास्थ्य सहायक अधिकारी किया जाए ।
- प्रदेश के समस्त उप स्वास्थ्य केंद्र / हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कलेक्टर दर पर एक वार्डआया / सफाई कर्मी कि नियुक्ति किया जाए ।
- ऑनलाईन डाटा एंट्री के कार्य हेतु अलग से प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि 5000 रू निर्धारित किया जाए । अतिरिक्त गानदेय निर्धारित नहीं करने कि स्थिति में प्रशिक्षित पीएडीए के माध्यम से ऑनलाईन डाटा एंट्री का कार्य लिया जाए ।
- हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थ सीएचओं के इंसेटीव के आधार पर स्वास्थ्य संयोजको के गासिक इंसेटीव में वृद्धि किया जाए ।
- विगत कोरोना काल मे सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष ( कोरोना भत्ता प्रदान किया जाए ।