गौरतलब है की बस्तर के भाजपा के नेताओं की टोली जो इन दिनों बस्तर से दिल्ली तक की दौड़ लगा रही है,दरसल ये आगामी विधानसभा के लिए अपनी दावेदारी सुनिश्चित करने दिल्ली पहुंचे है। भाजपा के इन नेताओं को 15 साल जनता ने मौका दिया था परंतु ये सत्ता का सुख भोगने में व्यस्त थे तब इन्हें बस्तर की जनता की याद नही आई।
दो दशकों से एक ही परिवार ने बस्तर में राज किया। जनता ने उन्हें भी सांसद और पंद्रह साल प्रदेश में मंत्री बना कर भेजा पर आज तक वे बस्तर के एक भी मुद्दे को संसद पटल पर रखने में असमर्थ दिखे यहां तक जब लोकसभा सत्रकाल चलता था तब यही नेता बस्तर में आराम फरमाते नजर आते थे। जब इनकी सरकार में आदिवासियों पे अनेकों अत्याचार व घर जलाए जाते थे तब ये नेता चुप बैठे रहते थे। आज ऐसे नेता भी दिल्ली में केंदीय मंत्रियों के चक्कर काटते दिख रहे है आपको जनता ने 15 साल मौका दिया था तब आपको बस्तर की रेल सेवा,सड़क(फोर लेन) सेवा का ध्यान नहीं आया।
आज बस्तर के हमारे सांसद दीपक बैज लोकसभा में बस्तर के मुद्दो को लेकर गरजते नजर आते है चाहे सुबह 11 बजे हो या रात 12 बजे संसद में बस्तर के मुद्दो को बेबाकी से उठाते नजर आते है यही नहीं उन्होंने अपने 3 साल के कार्यकाल में सैकड़ों सवाल बस्तर के हित में केंद्र सरकार के समक्ष रखे ताकि बस्तर की जनता को इसका लाभ मिल सके। आज तक किसी सांसद ने बस्तर हित में इतने सवाल नही पूछे। श्री मौर्य ने कहा सांसद दीपक बैज की सक्रियता को देखते हुए विपक्षी पार्टी के नेता अब दिल्ली दरबार में गुलस्ता लिए मंत्रियों के चक्कर काटते दिख रहे है सही मायने में देखा जाए तो ये बस्तर की मांगों के लिए नही बल्कि विधानसभा का टिकिट मांगने घूम रहे है।