पुरंदेश्वरी ने खैरागढ़ में हार मान ली इसलिए दूर रहीं – कांग्रेस

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रायपुर11 अप्रैल । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव में भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के प्रचार और चुनाव अभियान से दूर रहने पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि वे अपने प्रभार में हो रहे पहले विधानसभा उपचुनाव में हार का ठप्पा अपने ऊपर लगवाने से बचने के लिए ही खैरागढ़ से कन्नी काट गईं। जब खैरागढ़ उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई, तब वे बस्तर की सैर का आनंद लेते हुए कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार द्वारा किये गए विकास, शांति और जनता की खुशहाली से वाकिफ हो रही थीं लेकिन उन्होंने खैरागढ़ उपचुनाव में कोई रुचि नहीं ली। बल्कि उन प्रदेश भाजपा के उन मठाधीशों को एक बार फिर उनकी हैसियत बताने जनता के सामने कुछ कर दिखाने छुट्टा छोड़ दिया, जिन मठाधीशों की करतूतों से भाजपा बदहाल होकर सारे चुनाव हार रही है।

उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया ने खैरागढ़ उपचुनाव में वैसे ही मार्गदर्शन दिया, जैसा 2018 के पहले से दे रहे हैं और कांग्रेस की जीत के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मिलकर कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ा रहे हैं। इसके विपरीत भाजपा के फाइव स्टार होटल जैसे दफ्तर के एयरकंडीशंड सभागार में जीत के लिए ज्ञान बांटने वाली भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी खैरागढ़ के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने इसलिए नहीं पहुंचीं क्योंकि वे जान चुकी हैं कि खैरागढ़ में भी भाजपा के लिए कोई उम्मीद नहीं है। अन्यथा क्या कारण है कि पार्षद चुनाव में गली गली घूमने वाली पुरंदेश्वरी ने विधायक चुनाव में पल्ला झाड़ लिया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव से भाजपा प्रभारी ने दूरी इसलिए भी बनाई है कि वे केंद्रीय नेतृत्व को यह स्पष्ट कर देना चाहती हैं कि छत्तीसगढ़ भाजपा के मठाधीशों की जनता के बीच क्या औकात है और इनको घर बैठाये बिना भाजपा की स्थिति में सुधार किसी के बस की बात नहीं है। पुरंदेश्वरी प्रदेश प्रभारी की बजाय बस्तर प्रभारी नजर आ रही हैं। वे कहती रही हैं कि नए और युवा चेहरे सामने लाये जाएंगे, उनकी यहां के भाजपा मठाधीशों के गिरोह के सामने एक नहीं चली। भाजपा ने खैरागढ़ में घिसे पिटे चेहरे पर दांव लगा दिया।