नगर में आर्केस्ट्रा कराकर स्थानीय कलाकारों ने बैलाडीला की वादियों में बिखेरा संगीत का जादू

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आयोजक: बैलाडीला संगीत समिति किरंदुल

किरंदुल – लौह नगरी किरंदुल में लंबे समय के बाद स्थानीय कलाकारों ने बैलाडीला की वादियों में बिखेरा संगीत का जादू। बैलाडीला संगीत समिति किरंदुल के कलाकारों ने नगर के बीआईओपी स्कूल में आर्केस्ट्रा आयोजित की। जिसमें नगर के स्थानीय कलाकारों ने नए पुराने सदाबहार नगमे गाकर नगर वासियों का दिल जीत लिया। सर्वप्रथम इस कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित मुख्य अतिथि ए बंदोपाध्याय (महाप्रबंधक विद्युत) बी.के. माधव (उप महाप्रबंधक कार्मिक) लखबीर सिंह (उप महाप्रबंधक सिविल) एसकेएमएस के अध्यक्ष के. साजी, एच के गुनावत (उपमहाप्रबंधक विधुत) बीआईओपी स्कूल के प्राचार्य अरुमोय विश्वास द्वारा मां सरस्वती के तैल चित्र पर दीया जलाकर किया गया। आर्केस्ट्रा की शुरुआत कलाकारों ने शिरडी वाले साईं बाबा भजन से किया। तत्पश्चात वंदना में बीआईओपी स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। उसके बाद कलाकारों ने सदाबहार गीतों की शानदार प्रस्तुति देते हुए समा बांध दिया। जिसमें

सदाबहार गायक मुकेश, रफी, लता मंगेशकर, किशोर कुमार के साथ-साथ नए गीतों इन कलाकारों ने अपनी सुरीली आवाज में गया। स्थानीय कलाकारों में प्रशांत वर्मा जो कि एनएनडीसी परियोजना मैं वरिष्ठ प्रबंधक (फाइनेंस) के रूप में कार्यरत है, पी किरण, सतीश नाखाते परियोजना के कर्मचारी हैं। तथा अर्चना बघेल बीआईपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की संगीत की शिक्षिका है, वही बचेली से श्रीमती गौरी अपोलो हॉस्पिटल स्टॉफ ने प्रस्तुति दी।इन कलाकारों ने पूरे कार्यक्रम में अपनी मधुर आवाज से लोगों को बांधे रखा। वही मंच संचालन नगर के वरिष्ठ कलाकार उपेंद्र नाथ त्रिपाठी जो कि एक अच्छे एनाउंसर के साथ साथ कवि एवं लेखक भी हैं उनके द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। इस पूरे कार्यक्रम को लोगों के सामने शानदार तरीके से प्रस्तुत करने के लिए बैलाडीला संगीत समिति के आयोजक नोमेश्वर राव एवं पी किरण की भूमिका महत्वपूर्ण रही। जिन्होंने नगर के अलग-अलग मोतियों के बिन कर एक हार पिरो कर लोगो के सामने प्रस्तुत किया। वही यह कार्यक्रम बीआईओपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के परिसर में किया गया। जिसमें विद्यालय के प्राचार्य अरुमोय विश्वास एवं उनकी टीम के साथ साथ छात्र छात्राओं का भी विशेष योगदान रहा। आयोजक नोमेश्वर राव एवं पी. किरण के इस प्रयास से निश्चित रूप से जहाँ नगर के इन कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक बड़ा मंच मिला। वही इस तरीके से आयोजन से स्थानीय प्रतिभाएं निखर कर लोगों के सामने आती रहेंगी।