अधिकारी – कर्मचारी का आंदोलन लेकिन 24 घंटे ड्यूटी निभाने वाले पुलिस कर्मियों को आज भी सायकल भत्ता 18 रु ये तो नाइंसाफी ही कहा जाए

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डौंडी- पूरे छत्तीसगढ़ मे हर वर्ग के शासकीय कार्यालयों के कर्मचारी- अधिकारी वर्ग को 22% महंगाई भत्ता दी जा रही है व पेंसनरो को 17 % राशि दिए जाने के आरोप लगाकर अपनी हक की लड़ाई उक्त संघ के लोग लड़ रहे है। उनकी मांगों को शासन द्वारा अभी तक निराकरण नही किया गया। क्या यह संघ ये बात जानते है कि हमारे भारत देश मे 24 घंटे फर्ज की ड्यूटी निभाते आ रहे पुलिसकर्मियों की तनख्वाह कितनी है व इन्हें कितना भत्ता मिल पा रहा है।

जानकारी के अनुसार राज्य के समस्त शासकीय कार्यलयों में अधिकारी- कर्मचारियों को फिक्स डिपाजिट देय भत्ता मिल रहा है। किंतु दुर्भाग्य ही कहा जाये कि हमारे पुलिस प्रशासन के 24 घंटे ड्यूटी निभाने वाले कर्मचारियों को केवल आज भी सायकल भत्ता 18 रु, फिक्स टीए 25 रु, वर्दी भत्ता 60 रु, पौष्टिक आहार 100 रु, स्वास्थ्य भत्ता 200 रु व आवास भत्ता 697 रु ही मिल रहा है। आप सभी का सोचनीय तथ्य है कि चौबिसिय घण्टे जिले व विकासखंड का देखरेख करने वाले सिपाही अपने कर्तव्य के प्रति कितने जिम्मेदारी पूवर्क निर्वाहन करते आ रहे है।

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उन्हें शासन द्वारा ना तो स्ट्राइक का प्रवाधान दिया गया है और ना ही किसी तरह का अपने अधिकार क्षेत्र की लड़ाई लड़ने का परमिशन। ऐसे में चौबीस घण्टे कार्य करने वाले पुलिस कर्मी आखिर जाए तो किसके पास । गौरतलब है कि अधिकारी-कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल मे है। परंतु देश सेवा मे लगे पुलिसकर्मियों की सुध कौन ले रहा है.???