जगदलपुर।विगत तीन दिन पूर्व भारी बारिश के बाद इंदिरा स्टेडियम की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए गए किंतु जब यह बन रहा था तो कोई सवाल नहीं हुआ अब रेवड़ियां बांटने के आरोप लगाया जा रहा है तो आरोप लगाने वालों पर ही उंगलियां उठ रही है कि वीड हार्वेस्टिंग सिस्टम की रेवड़ियां किस-किस में बंटी यह भी बताया जाए?
बस्तर में मुख्य विपक्षी पार्टी धड़ों में बंटी है और जिसके कारण ज्वलंत मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन के लिए सिर फुटौव्वल की स्थिति के साथ श्रेय लेने की होड़ है। कई लोगों का कहना है कि वीड हार्वेस्टिंग सिस्टम जोकि 75 लाख रुपए में खरीदा गया था और भाजपा के निगम से जुड़े नेताओं व नगर मंडल ने संयुक्त रूप से जमकर हल्ला बोला और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया किन्तु भाजपा सिर्फ ढ़ोल पिटते रहे और आरोप प्रमाणित नहीं हो पाया। इस सबके बीच तत्कालीन कलेक्टर ने इसके लिए जांच दल गठित किया था जिसमें सत्तारूढ़ दल कांग्रेस पार्टी के पार्षदों व विपक्षी पार्टी भाजपा के दो पार्षदों को जांच दल का हिस्सा बनाया है और जांच के बाद हार्वेस्टिंग सिस्टम मामले में क्लीन चिट मिल गई। तीन दिन पूर्व जब भाजपाई इंदिरा स्टेडियम मामले पर रेवड़ियां बांटने का आरोप लगा रहे थे तो यह बात अनायास ही सामने आई कि वीड हार्वेस्टिंग सिस्टम की रेवड़ी किस-किस में बंटी?