आदिवासी बच्चों के लिए मंगवाए गए सेनेटरी पैड नही आया बच्चो के काम, कालातीत हो चुके नेपकिन को अब चोरी छुपे की जा रही डिस्पोज की तैयारी

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अमरेश झा

कोण्डागाँव– आश्रम छात्रावासों में बच्चों के उपयोग के लिए शासन से मिलने वाले शासकीय राशि का दुरुपयोग किस प्रकार से किया जा रहा है यह एक बार फिर से जिले में नजर आ रहा है।


सूत्रों से जानकारी मिली थी कि उच्च स्तरीय सप्लायर द्वारा जिले में बड़ी मात्रा में सेनेटरी पैड नैपकिन की सप्लाई की गई थी, जिसे कमला नेहरू मैट्रिक छात्रावास कोण्डागाँव की अधीक्षिका द्वारा रिसीविंग कर रख लिया गया था, लेकिन शासन द्वारा बच्चों के उपयोग हेतु आवंटित पैसों से खरीदे गए सेनेटरी पैड बच्चों के काम ही नहीं आ पाया उक्त नैपकिन बगैर उपयोग के ही अब कालातीत हो चुके हैं ,जिसे चोरी छुपे डिस्पोज करने की तैयारी चल रही है वहीं सूत्रों की माने तो एक पिकअप सेनेटरी पैड चोरी छुपे पहले ही फिकवाया जा चुका है।
अधीक्षिका ने पहले तो सेनेटरी पैड उनके स्टोर में होने से ही इंकार कर दिया था लेकिन मीडिया कर्मियों को जानकारी मिलते ही उक्त मामले की जानकारी एसडीएम चित्रकान्त राजेश चार्ली एवं एसडीओपी निमितेश सिंह को दी गई जिसके बाद अधिकारियों के निर्देशन पर पतासाजी के दौरान हॉस्टल रसोई कक्ष के स्टोर रूम में बड़ी मात्रा में सेनेटरी पेड कंबल व मच्छरदानी के नीचे छुपाए रखा नजर आया जिसके बाद हॉस्टल अधीक्षक ने कहा कि उक्त सेनेटरी पैड बच्चों को दिया जा रहा है व उपयोग करवाने की बात कही लेकिन सेनेटरी पैड चेक करने पर कालातीत नजर आया जिसके बाद मैडम ने अपना बयान बदलते कहा कि जो सेनेटरी पैड एक्सपायर हो चुका है उसे डिस्पोज करवाया जाएगा वही अब कालातीत सेनेटरी पैड का उपयोग अगर बच्चे कर रहे हैं तो हाइजीन व अन्य संक्रमण से बच्चों के ग्रसित होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
वहीं जब इस मामले पर सहायक आयुक्त संकल्प साहू से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि इसे डिस्पोज कराया जाएगा, चूंकि वर्तमान में हमारे पास कोई आवंटन नहीं है जिसकी वजह से हमने सेनेटरी पैड नहीं खरीद पाए हैं यदि यहआश्रम छात्रावासों में वितरित किया जा रहा है तो अधीक्षका अपने स्तर पर वितरित कर रहे होंगे।