बस्तर में बघेल और बैज की धूम

0
96
  • दोनों नेताओं के नाम पर उमड़ पड़ती है हजारों की भीड़ |
  • नुवाखानी जोहार भेंट कार्यक्रम में आदिवासियों का सैलाब
  • परंपरा – संस्कृति का संरक्षण ही मेरा ध्येय -लखेश्वर बघेल

जगदलपुर. बस्तर में दो बड़े आदिवासी नेताओं की जोड़ी ने अच्छी – खासी धूम मचा रखी है. ये दोनों नेता जहां भी जाते हैं, वहां हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है. इस भीड़ में सिर्फ आदिवासी ही नहीं, बल्कि दूसरे समुदायों के भी लोग सैकड़ों की तादाद में पहुंचते हैं. ये जोड़ी है विधायक लखेश्वर बघेल और सांसद दीपक बैज की. इन दोनों नेताओं का जादू संसदीय और विधानसभा क्षेत्र की जनता के सिर चढ़कर बोल रहा है इस जोड़ी की लोकप्रियता का लाभ अंततः कांग्रेस को ही मिलने वाला है. बस्तर क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल और बस्तर के सांसद दीपक बैज की एकसाथ उपस्थिति जरूर देखी जा सकती है. इन दोनों नेताओं के बीच ट्यूनिंग और केमिस्ट्री भी गज़ब की है. दोनों की कार्यशैली तथा विचारधारा लगभग एक जैसी ही है. अपने – अपने क्षेत्र की जनता के प्रति समर्पण ने इन दोनों नेताओं को जनता के दिलो – दिमाग़ में रचा बसा दिया है. करण अर्जुन की इस जोड़ी का जलवा ऐसा है कि विरोधी दलों के स्थानीय स्तर के नेता कार्यकर्त्ता भी इन दोनों के मुरीद बन गए हैं.

विधायक बघेल द्वारा आयोजित किए जा रहे नुवाखानी जोहार भेंट कार्यक्रम में भी ऐसा ही नज़ारा देखने को मिल रहा है. आदिवासियों का यह प्राचीन और पारम्परिक पर्व है. आधुनिकता की अंधी दौड़ में अन्य परंपराओं की तरह इस पर्व की भी परंपरा कहीं विलुप्त ना हो जाए, इसे ध्यान में रखते हुए विधायक बघेल इस पर्व का सामूहिक आयोजन पंचायत स्तर पर सालों से करते आ रहे हैं. ऐसे आयोजनों में बघेल और बैज भी उत्साह के साथ शामिल होते हैं. ऐसा ही एक बड़ा कार्यक्रम बकावंड ब्लॉक के राजनगर में भी किया गया. आरंभ में लोगों ने ग्राम के देवी – देवताओं की पूजा अर्चना की. पश्चात अतिथियों का स्वागत बाजे गाजे एवं लोकनृत्य के साथ किया.
संजोए रखें परम्परा को: बघेल विधायक बघेल ने लोगों को नुवाखानी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संस्कृति के संरक्षण के लिए शुरू यह कार्यक्रम अब इस मुकाम पर पहुंच गया है कि इसका लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है. उन्होंने कहा मेरी इच्छा है कि मैं विधायक रहूं या न रहूं, ऐसे कार्यक्रम सतत जारी रहेगा. आप लोगों से मेरा यही आग्रह है कि अपनी परम्परा को सदैव संजोये कर रखें. यही हमारी मूल संस्कृति की विशिष्ट पहचान है. इसलिए इस त्यौहार को काफ़ी महत्व दिया जाता है. यह मंच राजनीति का नहीं है पर सच तो यह है कि भाजपा के पास गरीबों के विकास के लिए कोई एजेंडा नहीं है. वह देश के दो पूंजीपतियों के लिए काम करती है. पिछले 15 सालों में छत्तीसगढ़ में भाजपा की उपलब्धि घर-घर में शौचालय बनाना ही है, वो भी आधे अधूरे है. कार्यक्रम में 22 पंचायतों के सरपंच, सिरहा, पुजारी समेत ग्रामीणों की सहभागिता रही.बघेल मेरे राजनैतिक गुरु : बैज सांसद बैज ने कहा कि बस्तर में बारह महीने त्योहार मनाया जाता है.


माटी तिहार, हरियाली, नुवाखानी, दियारी, मेला मड़ई में बस्तर की संस्कृति दिखती है. वहीं भाजपा नकली त्योहार जैसे बिजली, चावल, मोबाइल त्योहार मनाती रही इसलिए जनता के दिल से उतर गई. उन्होंने लोगों को नुवाखानी की बधाई देते हुए कहा कि जब से लखेश्वर बघेल विधायक बने हैं हर साल यह कार्यक्रम बस्तर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में उत्सव की तरह मनाया जा रहा है. ऐसा और कहीं देखने को नहीं मिलता. हर साल बस्तर की संस्कृति पर आधारित इस कार्यक्रम में देवी-देवताओं की पूजा अर्चना, वृद्धजनों का सम्मान, बेटी, बहन, महिलाओं को साड़ी वितरण जनसहयोग से एक अद्वितीय कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि स्व. महेन्द्र कर्मा और लखेश्वर बघेल उनके राजनीतिक गुरु हैं उनसे काफी कुछ सीखने का अवसर मिला है और आप लोग जब भी आवाज देंगे हम साथ खड़े होंगे. जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष बलराम मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार ने समाज की मांग के बावजूद विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित नहीं किया. छ्ग में कांग्रेस की सरकार बनते ही इस दिवस पर अवकाश घोषित किया गया. यही नहीं सभी तीज त्योहारों पर अवकाश घोषित कर परम्परा और संस्कृति को सहेजने का काम किया है.
कार्यक्रम में जानकीराम सेठिया, शिवराम बिसाईं, उत्तम नाईक, दिनेश यदु, सुखदेई बघेल, धनुर्जय कश्यप, खीरमणि सेठिया, आशीष मिश्रा, मानसिंह कश्यप, जानकीराम भारती आयतुराम भारती, बद्रीनाथ जोशी, नित्या चंद्राकर, विजय चंद्राकर, बुदरू राम बघेल, दिनेश सिंह, एचआर खान, तुलाराम भारती, महेश्वर भद्रे, मोहन लाल भारती, अर्जुन कश्यप, मुन्नी भारती, कुंती कश्यप, जितेंद्र तिवारी, राजेश कुमार, महेंद्र बघेल,नीलम कश्यप, हेमकुमार, विजय नाग अशिविन,सहित सैकड़ों ग्रामीण व कांग्रेस के लोग उपस्थित थे.