बस्तर के पर्यटन उद्योग का भट्ठा बिठाने पर तुल गए हैं अधिकारी

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  • महज 38 किमी लंबी चित्रकोट सड़क नहीं सम्हाली जा रही है लोनिवि के दो अधिकारियों से
  • जर्जर सड़क की वजह से परेशान हो रहे हैं बस्तर आने वाले पर्यटक
  • देश- विदेश में धूमिल हो रही है छत्तीसगढ़ सरकार की छवि

जगदलपुर. लगता है लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बस्तर के पर्यटन उद्योग का भट्ठा बिठाने की कसम खा रखी है. इन अधिकारियों की लापरवाही के चलते छत्तीसगढ़ सरकार की छवि देश विदेश में धूमिल हो रही है. महज 38 किमी लम्बाई वाली सड़क दो – दो अधिकारियों से भी सम्हाली नहीं जा पा रही है. स्थानीय सांसद का निवास भी इसी सड़क के किनारे स्थित है. सड़क की बदहाली से पर्यटकों को बड़ी असुविधा हो रही है. बावजूद सड़क की दशा सुधारने की दिशा मे अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. पर्यटन के वैश्विक नक़्शे में छत्तीसगढ़ के बस्तर रीजन का नाम भी जुड़ गया है, जो कि समूचे छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए गर्व का विषय है, लेकिन शर्म की बात यह भी है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी छत्तीसगढ़ के इस गौरव को खंडित करने पर आमादा हैं. यूं तो छत्तीसगढ़ में दर्जनों पर्यटन स्थल हैं, लेकिन राज्य के सबसे लोकप्रिय पर्यटन केंद्र बस्तर संभाग में स्थित हैं. इनमें विश्व प्रसिद्ध चित्रकोट का जल प्रपात, कुटुमसर गुफा, तीरथगढ़ का जल प्रपात, वनभैंसे, हिरण, चीतल आदि वन्य प्राणी, हरे भरे जंगल, पेड़ों से आच्छादित वादियां काफ़ी प्रसिद्ध हैं. बस्तर दशहरा, चित्रकोट जलप्रपात और बस्तर के टेराकोटा व काष्ठशिल्प की ख्याति तो पूरी दुनिया में फ़ैल चुकी है. यही वजह है कि बस्तर दशहरा और जलप्रपात को देखने हर साल बड़ी तादाद में विदेशी पर्यटक यहां आते हैं. विदेशी पर्यटक चित्रकोट जलप्रपात का दीदार करने जरूर जाते हैं, लेकिन जगदलपुर से चित्रकोट जाने वाली 38 किमी लंबी सड़क की बदहाली पर्यटकों का सारा मज़ा किरकिरा कर देती है.
ये हाल है सड़क का जगदलपुर -चित्रकोट सड़क की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के दो अनुविभागीय अधिकारियों क्रमशः राजीव बत्रा सब डिवीज़न क्रमांक 1 और केएल वर्मा सब डिवीज़न क्रमांक 3 पर है। इस सड़क के टकरागुड़ा तक 22 किमी हिस्से का कार्य एसडीओ श्री बत्रा तथा शेष 16 किमी हिस्से का कामकाज एसडीओ श्री केएल वर्मा सम्हालते हैं. सर्वाधिक दुर्दशा इस सड़क के कोपरबहार नाले से करजी तक के हिस्से की है. यह हिस्सा विभाग के सब डिवीज़न- 3 के अधीन है. जगह – जगह से सड़क की परत उखड़ चुकी है. वाहन हिचकोले खाते हुए चलते हैं. देश के पर्यटक तो कष्ट झेल लेते हैं, लेकिन विदेशी पर्यटकों के लिए यह बड़ा ही दुखदाई अनुभव होता है. वे सरकार की व्यवस्था को कोसने लग जाते हैं. मैं कुछ नहीं जानता : सिंह सड़क की दुर्दशा को लेकर लोक निर्माण विभाग जगदलपुर के कार्यपालन अभियंता एके सिंह से संपर्क करने पर उन्होंने झुंझलाते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ भी मालूम नहीं है. बत्रा और वर्मा से बात कर लो. फिर थोड़ा संयत होकर श्री सिंह ने कहा कि सड़क का निर्माण जल्द होना है.वहीं यह बताना भी जरुरी है कि कुछ माह पहले ही उक्त सड़क का काम कराया गया था. बारिश के मौसम में इस सड़क पर जल जमाव की स्थिति बन जाती है. इस वजह से भी सड़क बदहाल हो गई है.