जो नेता पराई पीर को जानता है, उसे हर कोई मानता हैं

0
71
  • अपने घायल रक्षकों को छोड़ निकल गए पूर्व सांसद दिनेश, सांसद बैज ने की मदद

जगदलपुर,(अर्जुन झा)। जो नेता पराई पीर को जानता है, उसे हर कोई मानता है। बस्तर में एक सड़क हादसे ने दो बड़े नेताओं के बीच के एक बहुत बड़े फासले को बयां कर दिया है. बस्तर सांसद दीपक बैज और पूर्व सांसद दिनेश कश्यप में क्या राजनीतिक फर्क है यह तो दोनों के संसदीय कार्यकाल के प्रदर्शन के आधार पर जनता तुलना कर रही है कि दिनेश के संसदीय काल में बस्तर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के हालात के मुकाबले दीपक ने तीन साढ़े तीन साल में क्या बदलाव किया.

बात व्यवहार की हो तो भी जनता देख रही है कि दोनों दिग्गजों में क्या अंतर है। अब सबसे बड़ा पैमाना अगर मानवीयता का है तो सांसद दीपक बैज और पूर्व सांसद दिनेश कश्यप के मध्य इस मामले में दीपक कोसों आगे निकल गए हैं. बीती रात एक सड़क हादसे के बाद के घटनाक्रम ने दोनों सियासी शूरवीरों की फितरत उजागर कर दी है. पूर्व सांसद की अति सावधानी या कहें कि संवेदनहीनता का नमूना तब देखने को मिला, जब उनकी सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे सजग रहने वाले जवानों का वाहन हादसे का शिकार हो गया. जवान दुर्घटनाग्रस्त वाहन में फंसे रहे और पूर्व सांसद ने उनकी सुध लेने की जरूरत भी नहीं समझी. सुरक्षा जवानों को उनके हाल पर छोड़कर नेताजी अपनी बुलेट प्रूफ गाड़ी में सवार होकर आगे निकल लिए. ये तो गनीमत रही कि उसी रास्ते से गुजर रहे सांसद दीपक बैज देवयोग से वहां पहुंच गए, जिन्होंने वाहन में फंसे जवानों को निकालने में मदद की. राजनीति की नब्ज टटोलने वाला ये हादसा लोहंडीगुड़ा से कोडेनार पहुंच मार्ग पर हुआ. पूर्व भाजपा सांसद दिनेश कश्यप भाजपा नेताओं और सुरक्षा जवानों के काफिले के साथ इस रास्ते से होकर कहीं जा रहे थे. इसी दौरान उनके काफिले में शामिल एक बुलेटप्रूफ गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई। इस गाड़ी में श्री कश्यप के सुरक्षा कर्मी सवार थे. ये सुरक्षा कर्मी दिन रात साये की तरह श्री कश्यप के इर्दगिर्द रहकर उनकी हिफाज़त में लगे रहते हैं। हादसे के बावजूद पूर्व सांसद श्री कश्यप न तो वहां रुके और न ही उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त वाहन में फंसे जवानों का हालचाल जानने की जरूरत समझी. मदद करना तो दूर की बात रही. कश्यप अपने सुरक्षा जवानों को उनके हाल पर छोड़कर अपनी बुलेटप्रूफ गाड़ी में सवार होकर आगे बढ़ गए. ये तो गनीमत थी की उसी रास्ते से अपने काफिले के साथ गुजर रहे बस्तर के मौजूदा कांग्रेस सांसद दीपक बैज वहां पहुंच गए. बैज ने मानवता का परिचय दिया. उन्होंने अपनी व काफिले में शामिल सभी गाड़ियों को रुकवाया और वे अन्य लोगों के साथ मिलकर दुर्घटनाग्रस्त वाहन में फंसे जवानों को बाहर निकालने तथा पलटे वाहन को सीधा करने में जुट गए. सभी जवानों को बाहर निकालने और गाड़ी सीधा करने के बाद ही बैज आगे रवाना हुए. कश्यप के इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार और कांग्रेस सांसद श्री बैज की सदाशयता की अंचल में खूब चर्चा हो रही है.