बकावंड को अगले साल मिलेगा लक्ज़री ग्राउंड : लखेश्वर

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  • विधायक लखेश्वर बघेल के मुख्य आतिथ्य में ब्लॉक स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का हुआ रंगारंग समापन
  • अल्प समय में बेहतर काम की वजह से छत्तीसगढ़ पहुंचा टॉप पर

बकावंड बस्तर विधायक ने कहा यहां तीन दिवसीय ब्लॉक स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया। इसका रंगारंग समापन विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस दौरान बघेल ने घोषणा की कि अगले साल तक बकावंड को सर्वसुविधा युक्त लक्ज़री खेल मैदान मिल जाएगा।


खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए विधायक बघेल ने कहा कि जीवन में कभी हार मिलने या पिछड़ने पर निराश न हों। हार जीत लगी रहती है। खेल हो या कोई भी अन्य क्षेत्र, मैदान में उतरने पर ही हमें अपनी क्षमता का पता चलता है। यदि सकारात्मक सोच रही तो बेहतर कर दिखाने से कोई नहीं रोक सकता। शुक्रवार को इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम बकावंड में आयोजित तीन दिवसीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के समापन समारोह में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए बघेल ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के लुप्त हो चुके पारंपरिक खेलों को पुनर्जिवित करने की अच्छी मंशा के साथ समूचे प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन का क्रम शुरू किया है। इसके लिए पंचायत से लेकर जिला स्तर तक राजीव मितान क्लबों का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों के साथ ही छत्तीसगढ़िया लोक संस्कृति, परंपराओं, धार्मिक आस्था के प्रतीकों, तीज त्योहारों के भी संरक्षण संवर्धन की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। छत्तीसगढ़िया तीज त्योहारों पर अवकाश की घोषणा, देवगुड़ी जीर्णोद्धार, नई देवगुड़ी निर्माण इसके उदाहरण हैं। बघेल खिलाड़ियों के बीच तीन घंटे तक मौजूद रहकर उनकी हौसला अफजाई करते रहे। बघेल ने अपने छात्र जीवन के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि हम लोग बाल्यावस्था और किशोरावस्था में जो पारंपरिक खेला करते थे, उन खेलों से आज की पीढ़ी अनजान है। उन्हें ऐसे खेलों से जोड़ने के लिए ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वनवासियों, आदिवासियों और किसानों को वनोपजों तथा कृषि उपजों का अच्छी क़ीमत दिलाने के लिए भी हमारी कांग्रेस सरकार ने बेहतर कदम उठाए हैं। बस्तर में वनोपजों पर आधारित उद्योगों की स्थापना कर यहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम बकावंड का जीर्णोद्धार कराने का भी भरोसा दिलाया। विधायक ने नागरिकों से उनकी समस्याएं सुनी तथा समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
शामिल हुए 850 खिलाड़ी
जनपद पंचायत एवं शिक्षा विभाग के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में ब्लाक के 12 जोन के करीब 850 खिलाड़ी शामिल हुए। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पहली बार पारंपरिक खेलों के संरक्षण के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में 14 खेलों को शामिल किया गया है। ये खेल हैं गिल्ली-डंडा, लंगड़ी दौड़, पिटठुल, संखली, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बांटी (कंचा), गेड़ी दौड़, फुगड़ी, भौंरा, 100 मीटर दौड़, लंबी कूद और बिल्लस हैं। यह प्रतियोगिता तीन वर्गों में आयोजित की जा रही है। पहला वर्ग 18 साल तक की आयु, दूसरा 18 से 40 साल तक की आयु और तीसरा वर्ग 40 साल से अधिक उम्र के खिलाड़ियों के लिए है। इसमें महिला और पुरुष दोनों प्रतिभागी शामिल हो सकते हैं। 17 नवंबर से जगदलपुर के लालबाग मैदान में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के विजेता प्रतिभागी अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे। समारोह में जनपद अध्यक्ष सुखदई बघेल, सांसद प्रतिनिधि जगमोहन बघेल, विधायक प्रतिनिधि राकेश मिश्रा, एनएसयूआई के ग्रामीण जिला अध्यक्ष नीलम कश्यप, आईटी सेल अध्यक्ष मोना पाड़ी, राजेश कुमार, मनीष, सागर, मनीष, राजू, बलराम, डमरू, जगदीश, आदित्य, अनिकेत, एवं अनेक कांग्रेस कार्यकर्त्ता, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं तथा ग्रामीण उपस्थित थे।