- लक्ष्मी जगार कार्यक्रम में शामिल हुए बस्तर सांसद दीपक बैज
- परंपरागत तरीके से ग्रामीणों ने किया सांसद का भव्य स्वागत
जगदलपुर :- बस्तर सांसद दीपक बैज मंगलवार को ग्राम माड़पाल में आयोजित लक्ष्मी जगार कार्यक्रम में शामिल हुए। ग्रामीणों ने अपने सांसद का परंपरागत आदिवासी संस्कृति के अनुसार भव्य स्वागत किया। बैज ने समृद्ध आदिवासी परंपराओं और संस्कृति के संरक्षण तथा इस विरासत को आने वाली पीढ़ी को ऐसी ही भव्यता और एकजुटता के साथ सौंपने की अपील ग्रामीणों से की। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के ग्राम माड़पाल में 27 दिसंबर को लक्ष्मी जगार उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सांसद दीपक बैज बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित थे।
गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने बैज का आदिवासी संस्कृति के साथ ऐतिहासिक स्वागत किया। आरंभ में महिलाओं ने उनकी आरती उतरी। कलश यात्रा निकाली गई और बाजे गाजे के साथ सांसद दीपक बैज को आयोजन स्थल तक ले जाया गया। मंच पर आयोजन से जुड़े प्रमुखों ने बैज का फूल मालाओं से स्वागत किया। देवी मां की पूजा अर्चना करने के बाद सांसद ने ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी आदिवासी संस्कृति और परंपराओं की अपनी विशिष्ट पहचान है। इन समृद्ध परंपराओं और संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हमें एकजुटता के साथ इस तरह के धार्मिक और सामाजिक आयोजन निरंतर करते रहना होगा। अपनी इस समृद्ध विरासत से नई पीढ़ी को जोड़ने और उसे सतत आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। हम अपने पुरखों से मिली इस विरासत को अब तक संजोए हुए हैं, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। आज की युवा पीढ़ी को भी हमारी आदिवासी विरासत का महत्व समझना होगा। आदिवासी युवा पाश्चात्य संस्कृति के मकड़जाल में ना उलझे और अपनी परंपराओं तथा संस्कृति से जुड़े रहें। तभी हमारे आदिवासी समाज का गौरव कायम रह सकेगा। सांसद बैज ने ग्राम माड़पाल और वहां के ग्रामीणों की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक बड़ा ही सुसंस्कारित, प्रगतिशील और भाईचारा से ओतप्रोत गांव है। माड़पाल के ग्रामीण नेकदिल और उत्कृष्ट विचारों से अभिप्रेरित हैं। उनका कोई मुकाबला नहीं है। यह गांव लगातार तरक्की करता रहे यही मेरी कामना है। सांसद बैज के समक्ष ग्रामीणों ने गांव से संबंधित कुछ मांगें रखी, जिन्हें पूरा करने का आश्वासन सांसद दीपक बैज ने दिया। कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।