आदिवासी विद्यार्थी भी अब हर क्षेत्र में लहराएंगे बस्तर का परचम

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  • विद्यार्थियों को मेरिटोरियस बनाने उनकी मेधा निखारने की पहल
  • उत्कृष्ट विद्यार्थियों के लिए किया गया कार्यशाला का आयोजन


जगदलपुर अंचल के आदिवासी विद्यार्थी अब हर क्षेत्र में बस्तर का परचम लहराने के काबिल बनने जा रहे हैं। वे गणित, अंग्रेजी, विज्ञानं जैसे जटिल विषयों में पारंगत होंगे, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में जगह बना पाएंगे। अपना करियर बनाने में भी ये विद्यार्थी सक्षम होंगे।


इस बाबत बस्तर के कलेक्टर चंदन कुमार के निर्देश पर और जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा विभाग ने शानदार पहल की है। 10 वीं एवं 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं की राज्य स्तरीय मेरिट सूची में बस्तर जिले के विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा संख्या में जगह बना सकें, रक्षा अकादमी में दाखिला पा सकें, गणित, विज्ञान विषयों में दक्षता हासिल कर सकें, उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जगदलपुर विकासखंड के सभी हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों के उत्कृष्ट विद्यार्थियों हेतु मार्गदर्शन कार्यशाला का आयोजन जगतू महारा शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल जगदलपुर किया गया। कार्यशाला में विद्यार्थियों को शहर के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों ने अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषयों के प्रश्नपत्र हल करने करने तथा टाइम मैंनेजमेंट के गुर सिखाए।
आरंभ में विकासखंड शिक्षा अधिकारी मानसिंह भारद्वाज और सहायक खंड शिक्षा अधिकारी भारती देवांगन ने आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में 381 विद्यार्थियों की सहभागिता रही। युवोदय के शिक्षक मनीष श्रीवास्तव, श्रीनिवास राव, संजीव विश्वास, विषय विशेषज्ञ व्याख्याता शिवसिंह चंदेल, हेमंत पाणिग्रही, हलधर बिसाई, यमुना सेठिया और अन्य शिक्षकों ने विद्यार्थियों की शैक्षणिक समस्याओं और शंकाओं का निराकरण किया। नेवी के रिटायर्ड कमांडर संदीप मुरारका ने विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन दिया। श्री मुरारका ने अग्निवीर भर्ती तथा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में दाखिले के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी।
कार्यशाला को सफल बनाने में जगतू मरहा शासकिय उच्चतर माध्यमिक शाला के प्राचार्य रामकुमार सर और वरिष्ठ व्याख्याता सूर्य कुमार, ब्लॉक नोडल अधिकारी शरद श्रीवास्तवा का विशेष योगदान रहा।कार्यशाला के संबंध में विद्यार्थियों ने अच्छा फीडबैक दिया और ऐसी कार्यशाला हर साल आयोजित करने की मांग रखी।