दल्लीराजहरा आज दिनांक 16 जनवरी 2023 दिन सोमवार को छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता सुबह 11:00 बजे अपने यूनियन कार्यालय से स्थानीय बेरोजगारों मुद्दे पर रैली निकालकर स्थानीय बेरोजगारों को काम दो, इंकलाब जिंदाबाद, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ जिंदाबाद, दल्ली राजहरा के बेरोजगारों के साथ धोखा करना बंद करो, शंकर गुहा नियोगी का रास्ता अमल करो, बीएसपी मैनेजमेंट एवं ठेकेदारों की सांठगांठ नहीं चलेगी,बीएसपी के खदानों में ठेकेदारी करने वाले सावधान, दल्ली राजहरा में रोजगार मूलक उद्योग की स्थापना करनी होगी, छत्तीसगढ़ की सरकार होशियार जैसे नारेबाजी के साथ पुराना बाजार वीर नारायण सिंह चौक, पेट्रोल पंप ,माइंस ऑफिस होते हुए एसडीएम कार्यालय में पहुंचकर सभा के रूप में तब्दील हो गया।सभा को सबसे पहले छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के पूर्व अध्यक्ष गणेश राम चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि लगभग 1000 करोड रॉयल्टी देने वाला शहर बेरोजगारी की मार झेल रहा है ।
ऐसे सरकार होशियार आगे वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष सोमनाथ उईके ने मुख्य रूप से कहा कि सरकार की दल्ली राजहरा के प्रति अच्छी नियत रहती तो आज दल्ली राजहरा में मेडिकल कॉलेज एवं उद्योग अब तक स्थापित हो जाता।आखरी वक्ता के रूप में पूर्व विधायक जनक लाल ठाकुर ने प्रमुख रूप से केंद्र सरकार और राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार की व्यवस्था ऐसी है कि आज पूरे देश के नौजवान को सड़क पर खड़ा कर दिया है। तत्पश्चात छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ ने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन रायपुर के नाम एसडीएम महोदय को ज्ञापन एसडीएम महोदय नहीं होने के कारण तहसीलदार एसआर नायक ने ज्ञापन ग्रहण किया । तहसीलदार ने यूनियन के 5-7 लोगों को चर्चा के लिए अपने कार्यालय आमंत्रित किया चर्चा में पूर्व विधायक जनक लाल ठाकुर,छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के पूर्व अध्यक्ष गणेश राम चौधरी, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष सोमनाथ उईके, उपाध्यक्ष सुरेंद्र साहू, महामंत्री रामचरण नेताम, मीडिया प्रभारी रवि सहारे, दुर्गा प्रसाद साथ के साथ चर्चा कर तहसीलदार महोदय ने कहा कि आपका ज्ञापन प्रमुखता से मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को तत्काल प्रेषित किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ दल्ली राजहरा ने माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन रायपुर को ज्ञापन में प्रमुख मुख से 5 मांगे (१) राजहरा खान समूह से प्राप्त खनिज रॉयल्टी व डी. एम. एफ. फंड का कम से कम 10% हिस्सा राजहरा एवं निकटवर्ती ग्रामों के विकास कार्यों में खर्च किया जाए।(२) वर्षों से लंबित पी. एच. ई. विभाग की नल जल योजना को रफ्तार देकर भूजल का दोहन क्रमशः कम किया जाए। (३) ग्रामीणों में मनरेगा की तर्ज पर शहरी रोजगार योजना के तहत स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराई जाए। (४) महामाया माइंस से प्राप्त रॉयल्टी का 10% हिस्सा महामाया क्षेत्र में ग्राम विकास के लिए खर्च किया जाए ।ताकि आए दिन लाल पानी एवं रोजगार को लेकर ग्रामीणों द्वारा मांग किया जाता है उन्हें उन्हीं के क्षेत्रो में कार्य उपलब्ध कराया जा सके।(५) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा बहुआयामी योजना के तहत चंद उद्योगपतियों व उद्योग मंत्री माननीय कवासी लखमा के मध्य एम. ओ. यू. के तहत दल्ली राजहरा के आसपास रोजगार मूलक उद्योगों को स्थापित किया जाए। आगे विज्ञप्ति में बताया है कि आप अवगत हैं कि वर्तमान समय में बेरोजगारी देश की एक अहम समस्या है दल्ली राजहरा भी उससे अछूता नहीं है योजनाओं पर जिस अनुपात में पैसा खर्च किया जाता है उस अनुपात में रोजगार उपलब्ध नहीं हो पाता है योजनाओं का अधिकतर रकम सड़क व भवन निर्माण के कार्य में, डीजल व मशीनों पर खर्च हो जाता है योजनाओं के आधार पर श्रम आधारित रोजगार का अनुपात सुनिश्चित कर मानवी कृत पद्धति से रोजगार उपलब्ध कराया जाए।दल्ली राजहरा लौह नगरी में देश के पैमाने पर लौह अयस्क के भंडार के साथ-साथ भिलाई इस्पात संयंत्र के उत्पादन एवं विकास में लौह अयस्क की आपूर्तिकर्ता के नाम से जाना जाता है।पिछले 6 दशक से ही यहां की खदानों से लौह अयस्क की उत्खनन की जा रही है तथा अरबों खरबों रुपए की खनिज रॉयल्टी प्रदेश जिला एवं वन विभाग को प्राप्त होती रही है वर्तमान समय में राजहरा खान समूह से लगभग ₹1000करोड़ जिसमें सिर्फ महामाया खदान से प्रतिवर्ष 300 करोड रुपए राज्य सरकार, बालोद जिला, एवं वन विभाग को प्राप्त हो रही है जिस अनुपात में छत्तीसगढ़ शासन को आय प्राप्त होती है उस अनुपात में दल्ली राजहरा नगरवासियों एवं यहां पर निवासरत नौजवान बेरोजगार के लिए कोई भी उद्योग ना ही कोई रोजगार का साधन उपलब्ध है ना ही यहां के स्थानीय रहवासियों को उसका लाभ प्राप्त हो रहा है जबकि रावघाट परियोजना शुरू होने से पहले केंद्र व राज्य सरकारें स्थानीय बेरोजगारों व क्षेत्र के विकास को लेकर बढ़-चढ़कर विकास के नाम पर महिमामंडित किया गया परंतु रोजगार क्षेत्र के उन्हीं लोगों को रोजगार मिला जिनकी जमीनें परियोजना के लिए अधिग्रहण किया गया लेकिन क्षेत्र के शिक्षित नौजवान को इस परियोजना के आने से रोजगार की आशा की किरण जगी थी लेकिन सरकार की मजदूर किसान विरोधी नीतियों के चलते उनके सपनों पर पानी फिर से नजर आ रही है लाभ परियोजना प्रारंभ होने से आसपास के अनेकों खदान संचालित हुए जैसे कच्चे माइंस, ढुलकी माइंस हाहालद़दी माइंस , चारगांव माइंस, चेंबल माइंस, पल्ले माली माइंस, मेटाबोदेली माइंस खुलने से क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार के प्रति आशा की किरण जगी थी, लेकिन उसे भी सरकार व पूंजीवादी व्यवस्था के नुमाइंदों ने नेस्तनाबूद करते हुए क्षेत्रीयतावाद में जकड़ दिया, जो स्थानीय बेरोजगारों के लिए कुठाराघात है, वर्तमान में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा बहुआयामी योजना के तहत चंद उद्योगपतियों व उद्योग मंत्री माननीय कावासी लखमा के द्वारा एम ओ यू किया गया, जिससे क्षेत्रीय बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्राप्त होगा क्योंकि लौह नगरी दल्ली राजहरा में लौह अयस्क की खदानों में लगातार उत्खनन जारी है।लेकिन यहां स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार के साधन नगण्य है ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना चलाई जाती है के तर्ज पर शहरी रोजगार योजना को लागू करते हुए दल्ली राजहरा की स्थानीय नौजवान बेरोजगारों को कार्य उपलब्ध कराया जाए एवं खदान क्षेत्रों में भी रोजगार उन्मुख योजना बनाई जाए जिससे स्थानीय बेरोजगारों को कार्य उपलब्ध कराई जा सके।इस रैली में छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ एवं छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता योगेश, हितेश, दयालु, राजा, नाशिक, जनक, राधे खरे, अमर सिंह ,रेवा, कृष्णा यादव, दुर्गा प्रसाद, महेश, राजेश, आकाश कटिंगल, अनुज निषाद, पन्ना साहू, सुखिंदर राजकुमार यादव, संतोष, दीनदयाल रंगारी, राजाराम, जंगलू, जगदीश साहू, संतु, अनूप निर्मलकर, तिलक राजपूत सहित दल्ली राजहरा के सैकड़ो बेरोजगार साथी एवं कार्यकर्ता रैली में उपस्थित थे ।
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