बिखरे तिनकों को कैसे सहेजेंगे और हताश कार्यकर्त्ताओं में आखिर कैसे जोश भर पाएंगे नड्डा

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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का छत्तीसगढ़ प्रवास

अर्जुन झा

जगदलपुर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 11 फरवरी को जगदलपुर प्रवास पर आ रहे हैं। उनके आगमन को छत्तीसगढ़ में चुनावी शंखनाद के तौर पर देखा जा रहा है, मगर उनका यह प्रवास ऐसी विकट घड़ी में हो रहा है, जब राज्य में भाजपा तिनके तिनके में बिखरी और भाजपा के कार्यकर्त्ता ही नहीं, बल्कि नेता भी हताशा और निराशा के भंवर में फंसे हुए हैं। सवाल यह है कि नड्डा का प्रवास बिखरे तिनकों को एक गट्ठर बनाने में और हताश निराश पार्टीजनों में उत्साह का संचार करने में किस हद तक सफल हो पाएगा? जेपी नड्डा जगदलपुर में पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में पंद्रह साल तक राज करने वाली भाजपा की मौजूदा हालत किसी से छुपी नहीं है। बस्तर में तो भाजपा का सफाया ही हो गया है। बस्तर की 11 में से दस विधानसभा सीटों पर कभी भाजपा के विधायक और दोनों संसदीय सीटों पर सांसद हुआ करते थे। सांसद बलिराम कश्यप और सोहन पोटाई की तूती बोलती थी। बस्तर भाजपा का गढ़ बन गया था। आज स्थिति बिल्कुल उलट है। सभी 11 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है और बस्तर लोकसभा सीट भी कांग्रेस के खाते में चली गई है। सत्ता से बेदखल होने के बाद भाजपा के नेताओं और कार्यकर्त्ताओं के हौसले पास्त से पड़ गए हैं, पार्टी में बिखराव जैसे हालात बन गए हैं, नेताओं और कार्यकर्त्ताओं में हताशा व निराशा घर कर गई है। बस्तर में भाजपा नेतृत्वविहीन जैसी हालत में पहुंच चुकी है। ऐसे कठिन दौर में भाजपा के बस्तर संभाग प्रभारी एवं राजनांदगांव के सांसद संतोष पाण्डेय जरूर गाहे – बगाहे बस्तर का दौरा कर कार्यकर्त्ताओं में ऊर्जा का संचार करने की कोशिश करते रहते हैं, लेकिन स्थानीय नेता पार्टी के प्रति वैसा समर्पण भाव नहीं दिखा पा रहे हैं, जैसा कि अपेक्षित है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि भाजपा के जमीनी कार्यकर्त्ता और समर्थक मतदाता कांग्रेस के पाले में जाने लगे हैं। आएदिन खबरें आती रहती हैं कि फलां गांव के दर्जनों भाजपाई कांग्रेस में शामिल हो गए। आज ही बस्तर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बड़े जीराखाल के 170 भाजपा समर्थक ग्रामीण कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। बस्तर के अलावा राज्य के दूसरे इलाकों में भी भाजपा की स्थिति कमोबेश ऐसी ही है। अब ऐसे हालातों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का प्रवास छत्तीसगढ़ में भाजपा में किस हद तक जान फूंक पाएगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।