भाजपाई गांव से भाजपा की जड़ें खोद डालीं विधायक बघेल ने

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  • बड़े जीराखाल गांव के 170 लोगों ने ग्रहण की कांग्रेस की सदस्यता
  • पूरी बस्ती को कांग्रेसमय बना दिया

बस्तर :- एक दौर था, जब बस्तर विधानसभा क्षेत्र के आखिरी छोर पर बसे गांव जीराखाल में कांग्रेस का कोई नामलेवा नहीं था। यह पूरी तरह भाजपाई गांव था, लेकिन क्षेत्रीय विधायक लखेश्वर बघेल ने इस गांव से भाजपा की जड़ें खोद डाली हैं। लगभग पूरा गांव अब कांग्रेसी हो चला है। विधायक बघेल के समक्ष यहां के 170 ग्रामीणों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है।बड़े जीराखाल (टेंपलपारा) की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता था।

विधायक लखेश्वर बघेल की राजनीतिक पकड़, जन समस्याओं के निराकरण के प्रति सजगता और लोगों से उनके सतत संपर्क ने जीराखाल वासियों का दिल जीत लिया। पहले इस बस्ती के लोग भाजपा समर्थक थे। कांग्रेस को पसंद करने वाले इक्का दुक्का लोग ही यहां थे। संभाग के लोगों के बीच टाइगर व दादा नाम से मशहूर बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने इस अंदरूनी गांव के लोगों के प्रति उतना ही प्रेम, स्नेह, भाईचारा दिखाया, जितना कि अन्य गांवों के प्रति वे रखते हैं। बड़े जीराखाल की समस्याओं को दूर करने में उन्होंने हमेशा गंभीरता दिखाई। इसका नतीजा यह हुआ कि लोगों का भाजपा से मोहभंग होता चला गया और अब पूरा गांव कांग्रेसमय हो चला है। हर गांव में अलग अलग दलों के समर्थक होते हैं, लेकिन बड़े जीराखाल टेंपलपारा में सिर्फ भाजपा का बोलबाला था। श्री बघेल की व्यवहार कुशलता और सहज सुलभता ने ग्रामीणों का दिल जीत लिया और उनका हृदय परिवर्तन कर दिया। ग्रामीणों ने विधायक लखेश्वर बघेल को बड़े जीराखाल टेंपलपारा में आमंत्रित किया। श्री बघेल टेम्पलपारा पहुंचकर लोगों से मिले। इस दौरान 170 लोगों ने कांग्रेस पार्टी की अपनी प्राथमिकता सदस्यता ग्रहण कर ली।

क्षेत्र में लिखी विकास की नई गाथा

बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने क्षेत्र में विकास की नई गाथा लिखी है। वे सभी वर्गों को शासन प्रदत्त सुविधाओं से लाभान्वित कर रहे हैं। सन 2000 में जब अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे, तब लखेश्वर बघेल क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य थे। उस दौर से वे बस्तर के नेतृत्व करते हुए महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे। वे बस्तर जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उस समय भी बघेल मुख्यमंत्री रहे अजीत जोगी को बस्तर की समस्याओं और ज्वलंत मुद्दों से अवगत कराते थे। उन्होंने जोगी के समक्ष ग्रामीण अंचल में देवगुड़ी निर्माण हेतु योजना रखी थी। जोगी ने प्रत्येक गुड़ी निर्माण के लिए 10 हजार देने की घोषणा की थी। 24 वर्ष पहले की योजना के तहत बनी गुड़ी आज भी मजबूती के साथ खड़ी हुई है। बड़े जीराखाल टेंपल पारा की गुड़ी का दर्शन कर बघेल ने खुशी जताई। बघेल ने कहा कि राज्य में 15 वर्षों तक भाजपा की सरकार रही, लेकिन इस तरह गुड़ी निर्माण कार्य हो या ग्रामीण अंचल की समस्याएं, भाजपा ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हमारी वर्तमान सरकार ने गुड़ी निर्माण की राशि को बढ़ाकर पांच लाख कर दी है। उन्होंने टेंपलपारा माता गुड़ी के लिए 5 लाख रु. देने की घोषणा की और कहा कि आलेख महिमा के सदस्यों के लिए जल्द ही पानी की भी व्यवस्था की जाएगी।

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में दिनेश यदु, धनुर्जय कश्यप, उत्तम नाइक, अर्जुन पांडे, बालचंद, विमल बिसाई, रमेश, मोहन, गंगाधर, फूलसिंह, सोमारु, नरसिंह, रघु, महादेव, भगतू, घेनवा, सुखलाल, बधुराम, बड़रु, मंगलसाय, सुखराम, खतुखुड़ा, नंदा पटेल, दशमूराम, हरेंद्र, कुलधर, मुन्ना, मंकू, भारत, परेश्वर चैतन, रामा, शिवलाल, बिरन, दसरु, नीलम राशु, अंतराम, पतो, देवी, रुपसिंह, सकरू, फूलसाय, ग्रामीण, कांग्रेस कार्यकर्त्ता व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।