- छग में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी
- रायपुर में होने वाले कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन के पूर्व दबिश को लेकर सियासी घमासान भी शुरू
जगदलपुर रायपुर में होने वाले कांग्रेस के पूर्ण अधिवशन से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के लगभग आधा दर्जन नेताओं के ठिकानों पर इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी )की टीमों ने सोमवार अल सुबह ने छापेमारी शुरू कर दी। ऐसे समय में कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की दबिश को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है।जानकारी मिली है कि ईडी की एक टीम ने कांग्रेस के प्रदेश कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के अनुपम नगर स्थित निवास पर छापेमारी शुरू की है। इसके अलावा ईडी की अन्य टीमें भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव, खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, श्रम कर्मकार कल्याण मंडल के सन्नी अग्रवाल, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह, और युवा आयोग के सदस्य विनोद तिवारी के ठिकानों पर भी जांच पड़ताल कर रही हैं। देवेंद्र यादव के हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित निवास में ईडी की जांच पड़ताल चल रही है। यादव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबी माने जाते हैं और मुख्यमंत्री के गृह जिले के ही निवासी हैं। ईडी की टीमें कल से ही गोपनीय तौर पर रायपुर और भिलाई में सक्रिय हो गई थीं। कल शाम से देर रात तक इन सभी नेताओं के आने जाने, उनकी दिनचर्या और उनके आवासों पर नजर रखनी शुरू कर दी गई थी और आज सुबह 5 बजे से सभी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई। खास बात यह है कि ये सभी नेता और विधायक एआईसीसी अधिवेशन की तैयारियों में लगे हुए हैं। ईडी ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं के यहां ऐसे समय में छापेमारी शुरू की है, जब राजधानी रायपुर में अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी का पूर्ण अधिवेशन और चिंतन शिविर होने जा रहा है। कांग्रेस का अधिवेशन और चिंतन शिविर 24 से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाला है। इसमें कांग्रेस के हजारों वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन एवं चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम, सारे मंत्री तथा पदाधिकारी भी शिरकत करेंगे। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों को एआईसीसी का मेंबर नामजद किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन और चिंतन शिविर के ठीक पहले ईडी की छापेमारी को कांग्रेस के नेता अधिवेशन और चिंतन शिविर को विफल करने की केंद्र सरकार की साजिश करार दे रहे हैं।
अधिवेशन को विफल करने की साजिश : रेखचंद जैन
जगदलपुर के विधायक तथा श्रम एवं नगरीय प्रशासन विभाग के संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा है कि भाजपा और केंद्र सरकार अधिवेशन से घबरा गई है। उन्हें मालूम है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में तो छाई हुई है ही, पूरे देश में भी कांग्रेस की प्रतिष्ठा बढ़ गई है। जैन ने कहा कि अधिवेशन और चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस के सारे नेता और कार्यकर्त्ता दुगुने उत्साह के साथ पार्टी की विजय पताका फहराने में जुट जाएंगे। इससे भाजपा विचलित हो उठी है और कांग्रेस के लोगों के उत्साह को दबाने के लिए ईडी का सहारा भाजपा की केंद्र सरकार ले रही है, लेकिन हम कांग्रेस के सिपाही ऐसे हथकंडों से डरने और विचलित होने वाले नहीं हैं। संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की छापेमारी को केंद्र की भाजपा सरकार की बदले की राजनीति बताते कहा कि मोदी सरकार ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ भी ईडी के जरिए कार्रवाई कराई, लेकिन उसे अब तक कुछ भी हासिल नहीं हो पाया है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी ने घंटों पूछताछ कर उन्हें बेवजह परेशान किया। देश की जनता समझ चुकी है कि केंद्र सरकार ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और अन्य जांच एजेंसियों को राजनीतिक हथियार बना लिया है। जैन ने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता बदले की भावना से जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने वाली भाजपा को करारा जवाब देगी।