पुरानी पेंशन ने सरकार की बढ़ाई टेंशन

0
535
  • मंडी प्रांगण जगदलपुर में पूर्व सेवा गणना की मांग को लेकर साढ़े तीन हजार शिक्षकों ने दिया एक दिवसीय धरना
  • प्रांतीय निर्देश पर आगामी रणनीति की घोषणा होगी जल्द

जगदलपुर प्रथम नियुक्ति से सेवा का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के बैनर तले जगदलपुर मंडी प्रांगण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा पुरानी पेंशन के लागु करने के फैसले बाद एल बी संवर्ग के शिक्षकों को उनके शिक्षा विभाग के संविलियन के बाद सन 2018 से पुरानी पेंशन की गणना की जा रही है साथ ही संविलियन पूर्व सन 2018 के पूर्व की सेवा को शून्य मानी ज रही है, जबकि 2018 के पूर्व से ही शिक्षक एलबी संवर्ग को एनपीएस मिल रही है। सोमवार को शिक्षक मोर्चा के जिला संयोजक राजेश गुप्ता एवं शैलेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में स्थानीय मंडी प्रांगण में बस्तर जिले के लगभग साढ़े तीन हजार शिक्षक एलबी संवर्ग के कर्मचारियों ने जोरदार हुंकार भरी। जिसके कारण 70 प्रतिशत स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति निर्मित हुई व प्राथमिक तथा पूर्व माध्यमिक स्कूलों में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम भी प्रभावित रहा। पुरानी पेंशन के लिए भराये जा रहे विकल्प पत्र पर भी शिक्षक रूचि लेते नहीं दिख रहे है। साथ ही विसंगतिपूर्ण पुरानी पेंशन के बहिष्कार के मूड में शिक्षक दिख रहे है धरना कार्यक्रम को अनेक शिक्षको ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन तुलादास मानिकपुरी ने किया। संघ के द्वारा पांच सूत्रीय मांगों को मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, मुख्यसचिव, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाव, सचिव वित्त विभाग, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, संचालक लोक शिक्षण/पेंशन एवं भविष्यनिधि गणना आदि के नाम ज्ञापन दिया गया। सभा स्थल पर ही एसडीएम जगदलपुर पहुचकर ज्ञापन स्वीकार किया।

मांगो में प्रमुख रूप से

पूर्व सेवा के आधार पर पुरानी पेंशन हेतु कुल सेवा की गणना की जाए। पेंशन निर्धारण हेतु अहरकारी सेवा को केंद्र सरकार की तरह 33 वर्ष के स्थान पर 20 वर्ष किया जावे। सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर किया जावे। प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर जन घोषणा के अनुसार क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जावे। ओपीएस /एनपीएस हेतु अपरिवर्तनीय विकल्प चयन की समय सीमा को 3 माह की वृद्धि किया जावे।धरना प्रदर्शन में प्रवीण श्रीवास्तव, शिव सिंह चंदेल, शिवराज ठाकुर, शैलेन्द्र तिवारी ताहीर शेख, अमित पाल ,सुधीर दुबे, मंगलराम मौर्य, लूदरसन कश्यप, योगेश हरदाहे, पदम् कश्यप,धनसाय नाग,राहुल सिंह ठाकुर, सहायक शिक्षक फेडरेशन से भुपेश पाणिग्राही,शैलेंद्र साहू,हरेन्द्र सिंह राजपूत, फूलदास नागेश, श्रीमती कमला शर्मा, श्रीमती, बी पोद्दार, मनीष ठाकुर, शत्रुघन कश्यप, बुधराम कश्यप, रुद्रनारायण भारद्वाज, नीलमणी साहू, तुलादास मानिकपुरी, अनिल पांडे, चंद्रशेखर पांडे, जगदीश पत्र, रविन्द्र ठाकुर, हरदास शांडिल्य, कृष्णा सिंह ठाकुर, पिताम्बर सेठिया, नीलम झा, भूमिका निषाद, ख्याति देवांगन, अपर्णा राजपूत, चंचला बाघमारे, पद्मा कश्यप,शोभावती, जयश्री शेंडे, किशोर बिसाई,उमा शंकर बिसाई, सुंदर लाल सेठिया,, चेतेंद्र पाणिग्रही, लखेराम बिसाई, शिव जांगड़े, कृष्णा ठाकुर अनन्त राम बघेल, श्रीमती राबिया कुरैशी, नड़गु राम कश्यप, सहित हजारों महिला एवं पुरुष शिक्षक उपस्थित रहे ।