- मोदी सरकार पर बरसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम
- अडानी से प्रधानमंत्री के रिश्ते को छुपाने किया जा रहा है सारा खेल
जगदलपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम शुक्रवार को यहां भाजपा और मोदी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा के बड़े बड़े नेता कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता और जन स्वीकार्यता से विचलित होकर गांधी के खिलाफ साजिश दर साजिश रचते चले जा रहे हैं और उनकी छवि खराब करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। यह सारा खेल कांग्रेस और राहुल गांधी द्वारा उठाए जा रहे अडानी मामले से देश का ध्यान भटकाने के लिए खेला जा रहा है। यहां आयोजित पत्रवार्ता में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में आज सच बोलना और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है। जो ऐसा करता है, उसे तरह तरह से परेशान किया जाता है। चार बार सांसद रह चुके पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बोलने से रोका जाता है, जब वे संसद में बोलना चाहते हैं, तो उन्हें रोक दिया जाता है या फिर माइक ऑफ कर दिया जाता है। सत्तारूढ़ दल के सांसद बहुमत के अतिवादी चरित्र का प्रदर्शन करते हुए सदन की कार्यवाही नहीं चलने देते। देश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। केंद्र सरकार के मंत्री पद की गरिमा को तार तार करते हुए राहुल गांधी के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते हैं। जब इन सबसे भी उन्हें अपनी दाल गलती नहीं दिखती, तो तरह तरह की साजिश रची जाती है। मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने उनसे सरकारी बंगला छीनने के पीछे मुख्य कारण यह है कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। गांधी ने मोदी के निकट सहयोगी अडानी की घोटालेबाजी और मोदी – अडानी के रिश्ते को लेकर आवाज उठाई। गांधी ने दो साल पहले ही यह सवाल उठा दिया था कि अडानी की शेल कंपनियों में डाले गए बीस हजार करोड़ रु. किसके हैं? ये शेल कंपनियां डिफेंस सेक्टर में काम कर रही हैं, इस खेल में एक चीनी नागरिक भी शामिल है। ऐसे में इसकी सच्चाई जानने का हक देश के हर नागरिक को है, लेकिन मोदी सरकार सच्चाई सामने लाने के बजाय सच बोलने वाले राहुल गांधी के खिलाफ ही अमानवीय रवैया अपनाया जा रहा है। मोहन मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी ने अडानी और मोदी के रिश्ते की पोल खोली और मोदी सरकार द्वारा अडानी की कंपनियों के नाम पर ऋण स्वीकृत किए जाने के सबूत सामने लाए। मोदी सरकार ने राहुल गांधी के सवालों के जवाब तो नहीं दिए, मगर राजयसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा दिए गए भाषण के कुछ अंश तथा लोकसभा में राहुल गांधी के वक्तव्य के लगभग पूरे भाग को विलोपित कर दिया गया। कांग्रेस और अन्य सभी विपक्षी दलों की जेपीसी जांच की मांग को नजरअंदाज करते हुए सत्तापक्ष के सदस्यों ने सदन नहीं चलने दिया। राहुल गांधी ने अपनी बात रखने के लिए समय मांगते हुए लोकसभा स्पीकर को दो पत्र सौंपे, जिस पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी के कोलार में दिए जिस भाषण को आधार बनाकर भाजपा पिछड़ों का अपमान करने का आरोप लगा रही है, उस भाषण में राहुल गांधी ने कहा था कि ललित मोदी, निरव मोदी नरेंद्र मोदी जैसे एक ही उपनाम वाले कुछ लोग चोर क्यों होते हैं? गांधी इस उपनाम वाले सारे लोग कभी नहीं कहा। अब भाजपा इसे अगड़े पिछड़े का मुद्दा बना रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी यह भाषण कर्नाटक के कोलार में दिया था, मगर गुजरात के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने शिकायत गुजरात के सूरत ने दर्ज कराई। बाद में शिकायतकर्ता की मांग पर गुजरात हाईकोर्ट ने शिकायत पर रोक लगा दी थी। शिकायतकर्ता ने गुजरात हाईकोर्ट में अपने रहने के अनुरोध को वापस ले लिया। इसके बाद निचली अदालत में फिर सुनवाई शुरू हुई। ट्रायल कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। यह फैसला आने के 24 घंटे के भीतर ही लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी। इसके बाद भाजपा सरकार ने बड़ी तेजी दिखाते हुए राहुल गांधी को सरकारी बंगला छोड़ने का नोटिस भेज दिया।
भाजपा के सारे आरोप हास्यास्पद
कांग्रेस नेता मोहन मरकाम ने भाजपा के तीनों आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि यह असल मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने की भाजपाई कवायद मात्र है। लंदन में जाकर भारत के लोकतंत्र को बचाने की गुहार विदेशी ताकतों से लगाने का जो आरोप राहुल गांधी पर लगाया गया है, वह पूरी तरह सफेद झूठ है। राहुल गांधी ने लंदन में साफ तौर पर कहा था कि यह हमारा अंदरूनी मामला है और हम अपने देश में ही इसे निपटा लेंगे। भाजपा का दूसरा आरोप ओबीसी का अपमान वाला भी झूठा है। राहुल गांधी ने पिछड़े वर्ग के उपनाम वाले कुछ लोग चोर क्यों हैं कहा था, न कि सारे लोग। पत्रवार्ता में बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल, चित्रकोट के विधायक राजमन बेंजाम, शहर कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा, ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष बलराम मौर्य और कांग्रेस के जिला प्रवक्ता योगेश पाणिग्रही भी मरकाम के साथ मौजूद थे।