- तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में मुद्दा बनेगी यह अमानवीय घटना
- अभा कांग्रेस कमेटी की आदिवासी विंग देशभर में करेगी आंदोलन
अर्जुन झा
जगदलपुर सीधी का पेशाब कांड भाजपा के लिए गले की हड्डी बन गया है। पेशाब कांड के जरिए कांग्रेस आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा का हिसाब चुकता करने जा रही है। यह अमानवीय घटना कांग्रेस के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा बनने वाली है और भाजपा को भारी राजनैतिक क्षति पहुंचा सकती है। आदिवासी कांग्रेस इस घटना को जोर शोर से उठाते हुए देशभर में आंदोलन करने जा रही है। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में सड़क किनारे बैठे एक आदिवासी युवक पर भाजपा के एक युवा नेता द्वारा सरेआम पेशाब किए जाने की शर्मनाक और अमानवीय घटना सामने आई है। हर किसी के मन में घृणा भर देने वाली यह घटना सोशल मीडिया पर तो जमकर वायरल हुई ही, तमाम न्यूज चैनलों ने भी इस अमानवीय कृत्य का प्रसारण कर भाजपा और उसके बेशर्म कार्यकर्त्ता की करतूत को जनमानस तक पहुंचाया। दिल को झकझोरने वाली और भाजपा कार्यकर्त्ता की विकृत मानसिकता को उजागर करने वाली इस घटना ने देश के हर समुदाय, हर व्यक्ति को हिलाकर रख दिया है। अभा कांग्रेस कमेटी की आदिवासी विंग ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। आदिवासी कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं बस्तर के जागरूक कांग्रेस सांसद दीपक बैज ने सबसे पहले इस घटना पर नाराजगी जताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी थी। बैज ने कहा था कि भाजपा हमेशा आदिवासियों पर अत्याचार और उनका अपमान करती आई है। छत्तीसगढ़ में भाजपा के शासनकाल के दौरान बस्तर में नक्सलियों के नाम पर आदिवासियों का फर्जी एनकाउंटर किया जाता रहा। बस्तर संभाग के ताड़मेटला में सैकड़ों निरीह आदिवासियों के घर जला दिए गए। अब मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर भाजपा नेता ने पेशाब करके समूचे आदिवासी समुदाय को अपमानित करने का दुस्साहस कर दिया है। इस घटना पर देश के आदिवासी भाजपा को हरगिज माफ नहीं करेंगे। सांसद दीपक बैज का यह बयान आने के तुरंत बाद नई दिल्ली में अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस का महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बस्तर सांसद एवं आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक बैज भी शामिल हुए। बैज ने बैठक में पेशाब कांड का मुद्दा उठाया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के केंद्रीय कार्यालय में हुई इस बैठक में आदिवासी कांग्रेस व लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन (एलडीएम) व आदिवासी कांग्रेस को मजबूत करने पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान बस्तर के युवा सांसद व अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक बैज ने मध्यप्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी युवक के साथ हुए पेशाब कांड का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सीधी की यह घटना एक अकेले आदिवासी युवक का ही अपमान नहीं है, बल्कि समूचे आदिवासी समुदाय का अपमान है। श्री बैज ने देश के सभी राज्यों में मामले को गंभीरता से उठाने और आदिवासी समुदाय को भाजपा से आगाह करने का सुझाव दिया।। श्री बैस का सुझाव तुरंत मान लिया गया और फिर आदिवासी कांग्रेस की कार्यकारिणी ने आदिवासी कांग्रेस के सभी प्रदेश अध्यक्षों को सीधी की घटना को लेकर पूरे देश में धरना प्रदर्शन करने का निर्देश भी जारी कर दिया। अब पूरे देशभर में आदिवासी कांग्रेस हर शहर, हर कस्बे और जिला मुख्यालयों में आंदोलन कर आदिवासी समाज को भाजपा के लोगों के चाल और चरित्र से अवगत कराएगी।
अब लकीर पीटने से क्या फायदा
अब तो यह साफ हो गया है कि पेशाब कांड बड़ा चुनावी मुद्दा बनेगा। हालांकि डेमेज कंट्रोल करने की कोशिश मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जरूर की है, लेकिन यह सांप के निकल जाने के बाद लकीर पीटने के समान है। चौहान ने पीड़ित आदिवासी युवक को मुख्यमंत्री निवास में बुलाकर उसके चरण धोए, उसके साथ भोजन किया और अपनी पार्टी के कार्यकर्त्ता के कृत्य के लिए उससे क्षमा याचना भी की। यह सबकुछ कैमरे के सामने किया गया। लेकिन पीड़ित युवक के हावभाव और उसके चेहरे से छलक रहे दर्द से जाहिर हो रहा था कि उसने भाजपा को दिल से माफ नहीं किया है। अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत। भाजपा के लिए यह कहावत सच साबित हो रही है। यह प्रकरण भाजपा को भारी नुकसान पहुंचाएगा, इसमें कोई दो राय नहीं है। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में जल्द चुनाव होने वाले हैं। इन राज्यों के विधानसभा चुनावों में सीधी का पेशाब कांड प्रभावी भूमिका निभाएगा। छत्तीसगढ़ में गोंड़, हल्बा, कंवर, पहाड़ी कोरवा आदिवासियों की बहुलता है। मध्यप्रदेश में बैगा और गोंड़ आदिवासी बहुतायत में हैं। वहीं राजस्थान में भील आदिवासियों की अच्छी खासी आबादी निवासरत है। पेशाब कांड से ये सारे आदिवासी तबके मर्माहत हैं और शायद वे भाजपा को माफ नहीं करेंगे।
नहीं चलेगी साहब और मामा की नौटंकी
आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने इस संवाददाता से चर्चा में कहा कि साहब और मामा कितनी भी नौटंकी कर लें, आदिवासी उन्हें माफ करने वाले नहीं हैं। बैज के साहब और मामा शब्द का आशय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से था। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही साहब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश का दौरा किया था। तब उन्होंने शहडोल जिले के आदिवासियों के साथ जमीन पर बैठकर पत्तल में भोजन किया था और पेशाब कांड उजागर होने के बाद मामा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित के पैर धोकर तथाकथित प्रायश्चित करने की नौटंकी की। श्री बैज ने कहा कि भाजपा के नेता दिखावे के लिए आदिवासियों के हिमायती बनते हैं, मगर उनके दिलों में आदिवासियों के खिलाफ कितनी नफरत भरी हुई है, सीधी की घटना ने उसे सामने ला दिया है। दीपक बैज ने कहा कि देश का आदिवासी समाज भाजपा के चाल, चरित्र और चेहरे को देख समझ चुका है और यह समाज अब भाजपा की किसी भी नौटंकी से प्रभावित होने वाला नहीं है।