मणिपुर हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए पीसीसी चीफ बैज

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  • नफरत के खिलाफ खड़ा है इंडिया’ लिखा पोस्टर लेकर शामिल हुए सांसद दीपक बैज

जगदलपुर मणिपुर में जारी हिंसा के खिलाफ सोमवार को कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं बस्तर के सांसद दीपक बैज भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। श्री बैज अपने हाथों में ‘नफरत के खिलाफ खड़ा है इंडिया’ लिखा पोस्टर लेकर खड़े नजर आए। मणिपुर में जारी हिंसक घटनाओं और महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना को लेकर समूचा विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। लोकसभा और राजयसभा के भीतर तो केंद्र सरकार को घेरा ही जा रहा है, बाहर भी विपक्ष ने बड़ा मोर्चा खोल दिया है। इस मुद्दे को लेकर 24 जुलाई को संसद परिसर में गांधीजी की मूर्ति के समक्ष कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों के सांसदों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व सांसद दीपक बैज, कोरापुट के सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का सहित अन्य सांसद मौजूद थे। कांग्रेस और विपक्ष के हर आंदोलन व प्रदर्शन में हमेशा बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाने वाले सांसद दीपक बैज आज के प्रदर्शन में नफरत के खिलाफ खड़ा है इंडिया लिखा पोस्टर लेकर पहुंचे थे। ज्यादातर सांसदों के हाथों में जो पोस्टर थे, उनमें ‘इंडिया’ शब्द जरूर लिखा था। इंडिया विपक्षी गठबंधन का नया नाम है। किसी सांसद ने इंडिया फार मणिपुर, किसी ने इंडिया वांट्स डिस्कशन ऑन मणिपुर वायलेंस, तो किसी सांसद ने इंडिया डिमांड पीएम स्टेटमेंट ऑन मणिपुर इन पार्लियामेंट तथा सेव मणिपुर लिखा पोस्टर ले रखा था। प्रदर्शन के दौरान दीपक बैज ने मणिपुर की हिंसा के मामले में केंद्र सरकार की विफलता को लेकर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज से इस संवाददाता ने फोन पर चर्चा की। बैज ने कहा कि भाजपा शासित मणिपुर राज्य हिंसा की आग में जल रहा है और प्रधानमंत्री कुछ बोलने को भी तैयार नहीं हैं। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री सदन में हिंसा पर अपनी बात रखें। बैज ने कहा कि केंद्र और मणिपुर की भाजपा सरकारें हिंसा रोकने में असफल साबित हुई हैं। उपद्रवियों ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनसे मारपीट की। इस शर्मनाक घटना पर भी प्रधानमंत्री की चुप्पी और भी शर्मनाक है।