बंद पर सर्व आदिवासी समाज की एकजुटता अच्छा कदम : लखमा

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  • नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के खिलाफ भी आगे आएं युवा

जगदलपुर बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने मणिपुर की घटना को लेकर सर्व आदिवासी समाज द्वारा किए गए बस्तर संभाग बंद का समर्थन करते हुए कहा कि अब युवाओं को नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के खिलाफ भी आवाज बुलंद करने आगे आना होगा। लखमा ने कहा कि मणिपुर की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। मणिपुर जल रहा है और केंद्र सरकार लोगों की सुरक्षा तथा राज्य में शांति बहाली के लिए कुछ नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री विदेश दौरे में व्यस्त हैं और मणिपुर घटना की को राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ से जोड़ रहे हैं। एक तो वे लंबे समय तक मौन रहे और जब बोले तो उसमें कांग्रेस शासित प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लिया। बस्तर के आदिवासी युवाओं ने मणिपुर की घटना को लेकर पूरे संभाग को बंद कराया, वह सराहनीय प्रयास है। इसी तरह से आदिवासी समाज के युवाओं को आगे आकर जनहित के मुद्दों पर अपनी ताकत दिखानी चाहिए। नगरनार स्टील प्लांट के लिए जमीन देने वाले क्षेत्र के लोग इस बात से परेशान हैं कि एनएमडीसी द्वारा स्थापित स्टील प्लांट को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निजी उद्योगपति को दे रहे हैं। जबकि राज्य सरकार ने विधानसभा में संकल्प पारित कर इसका विरोध किया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूरा कांग्रेस संगठन निजीकरण के खिलाफ है। मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि स्टील प्लांट को निजी हाथों में देने के बजाय राज्य सरकार को दे दें। प्रदेश सरकार इसे चला लेगी, लेकिन इस पर भी प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से कोई जवाब नहीं आया। इस मसले पर भी सर्व आदिवासी समाज को लोगों के हित को देखते हुए आंदोलन छेड़ना चाहिए। कवासी लखमा ने कहा कि बीजेपी हमेशा अपने फायदा का ही सोचती है। मणिपुर में जिस तरह हिंसक घटनाएं हुईं, उसे समय रहते नियंत्रण में नहीं लिया गया। इसके लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार और बीजेपी जिम्मेदार है। हमारे नेता राहुल गांधी मणिपुर गए थे, जहां उन्हें रोक दिया गया। वे पीड़ितों से मिलकर उनका दुख दर्द बांटना चाहते थे। कांग्रेस हमेशा से ही न केवल आदिवासी बल्कि हर वर्ग की उन्नति के लिए लगातार काम करती आ रही है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सर्व आदिवासी समाज ने पूरे बस्तर संभाग बंद को लेकर जिस तरह से एकजुटता दिखाई वह अच्छी पहल है। संभाग के सभी जिलों और विशेषकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जनता तथा व्यापारी वर्ग ने बंद का नैतिक समर्थन किया। आगे नगरनार स्टील प्लांट मसले पर भी सर्व आदिवासी समाज को मेरा समर्थन रहेगा क्योंकि स्टील प्लांट के लिए लोगों ने एनएमडीसी को जमीन दी थी। लोगों की मंशा है कि स्टील प्लांट को एनएमडीसी ही चलाए। कोई भी नहीं चाहता कि स्टील प्लांट निजी हाथों में जाए।