माहरा, महरा जाति को अब जल्द मिलेगा अनुसूचित जाति का दर्जा

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  • समाज के लोगों में खुशी की लहर, केंद्र सरकार का जताया आभार

जगदलपुर माहरा, महरा जाति को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल किए जाने से इस समुदाय के लोगों में खुशी छा गई है। माहरा, महरा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंटकर मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया। माहरा, महरा समाज के लोगों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनके प्रति आभार जताया। ज्ञात हो कि मात्रात्मक त्रुटि के कारण माहरा, महरा समाज के लोग संवैधानिक अधिकारों से वर्षों से वंचित होते आ रहे थे। केंद्र सरकार ने महरा एवं माहरा जाति को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने का निर्णय लेकर महरा एवं माहरा जाति की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया है।इसके लिए केंद्र सरकार इस मानसून सत्र मे लोकसभा सत्र में बिल ला रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा है कि मैं छतीसगढ़ के महरा एवं माहरा समाज के लोगों से मिला।1992 में हुई एक मात्रात्मक त्रुटि के कारण प्रदेश के महरा एवं माहरा समाज के लोगों को वर्षों अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित रहना पड़ा। मोदी सरकार ने इस जाति के लोगों को अब अनुसूचित जाति में सूचीबद्ध करने का निर्णय लिया है।लंबे संघर्ष के बाद मिलने जा रहे लाभ से हर्षित महरा एवं माहरा समाज छतीसगढ़ प्रदेश संगठन के प्रत्येक जिलों के महरा माहरा संगठन प्रमुखों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद संतोष पांडये, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, पूर्व विधायक सुभाऊ कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व विधायक संतोष बाफना, कमलचंद भंजदेव, बैदूराम कश्यप रुपसिंग मंडावी के प्रति इस हेतु अथक प्रयास के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने गए प्रतिनिधि मंडल में बस्तर संभाग से सर्व महरा माहरा समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष सोनाराम बघेल, संभाग अध्यक्ष विनय सोना, माहरा समाज युवा प्रभाग के जिला अध्यक्ष डीकेश कुमार नाग, भारत चालकी, बाबुल नाग, राजू बघेल, राजेंद्र नागेश, गणेश नागवंशी, गोपाल नाग, प्रेम चालकी, बलराम बेसरा आदि शामिल थे।

सांसद दीपक बैज ने की थी सार्थक पहल

माहरा, महरा जाति के लोगों को अनुसूचित जाति जनजाति की सूची में शामिल कराने के लिए बस्तर के सांसद दीपक बैज ने कड़ी मेहनत और सार्थक पहल की थी। बस्तर संभाग में माहरा, महरा जाति लोगों की अच्छी खासी आबादी निवासरत है। इस समुदाय के लोग खुद को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने के लिए लंबे समय से जद्दोजहद करते आ रहे थे। समाज के वरिष्ठजन इस मुद्दे को लेकर सांसद दीपक बैज से लगातार संपर्क में रहे। उनकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सांसद श्री बैज ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर उन्हें समाज की मंशा से उन्हें अवगत कराया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विधानसभा में माहरा, महरा जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा देने संबंधी प्रस्ताव पारित कराकर केंद्र सरकार को भेजा था। इसके बाद सांसद दीपक बैज दो तीन बार अपने साथ इस समुदाय के प्रतिनिधियों को दिल्ली भी ले गए थे। इन प्रतिनिधियों के साथ श्री बैज ने अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, अजा अजजा आयोग अध्यक्ष तथा अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर माहरा महरा जाति को अजा अजजा का दर्जा दिलाने का आग्रह किया था। इसलिए इस बड़ी उपलब्धि में बैज की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।